________________ (171) अतिउजलोजी ए देशी / एनवपदजिनधर्मनोजी, सारनूतकहिवाय, सिवसुखनो कारकसहीजी, आराधोगुरुसंहाय, नविकजन सेवोजिनउपदेश, पनणे प्रथमगणेश लग सेना०॥ ए नवपदथी नीपजैजी, सिघचक्रयंत्रराज // आराधीने सुलखह्योजी, जिमश्रीपालमहाराज ज से० // 21 // तबपूरे मंगधेसरुजी, कुणश्रीपालनरेश, किमाराधिसुखपामीयोजी, कर णाकरो गणेश ज० से० // 21 // गौतमस्वामिउपदिशेजी. निसुणो श्रेणिकराजान, चंपानगरीनोराजीयोजो,श्रीपालनामसुजाण न से // 23 // जंबररोगेपीमीयोजी,परणिराजकुमारि, उजयणीमाजूहारियाजी, रीषनेश्वरमनुहारि ज से // 24 // मुनिचंगुरुउपदेशश्रीजी,आराध्यो सिद्धचक्र, रोगगयोबलिसुखलह्योजी, संपदापामीजिमशक न. से० // 25 // नव पदउँलीबिलतणीजी, नवराणीनेसाथ, उज्जमणोपूरणदुवांजी, करिखरच्यो घणोआथ न से० // 26 // नवपमिमादेरासरुजी, नवजीरणउघार, पहिलोपदाराधियोजी, नवपूजामनुहार न से // 27 // इमनवपद विस्तारथीजी, पूजीबह्योसुखसार, श्रायुपूरणकरिध्यानथीजी, नवमेस्वर्गअवतार न० से० ॥२०॥श्मश्रीपालनानव थकीजी, नवमेजवसहुसार, निरुपम शिवसुखपामसेजी, कहेगौतमगणधार न से // 2 // श्रेणिकसुणिहर खित श्रयोजी, प्रनुजीनावांद्यापाय / वीरजिनेसरश्मनणेजी, सुणश्रेणिकनरराय न० स० // 30 // एकएक पदयाराधतांजी, केई पाम्यानवअंत, नवपदते निजातमाजी, ध्याताध्येयलहंत ना से० // 31 // तीर्थकरपदपामस्येजी,