________________ ग्रंथांक. mr Mr 3 mmm m (10) विषय. . कानुं नाम. 105 हारेमारेदीवालीदिनआयो स० जिनकृपा 16 सखिपर्वपजुसनाव्या० स० जिनकृपा 17 शषनचरणकजध्यावो रांदेरप्रस्तजिनकृपा० 324 17 वासुपुज्यजिनअंतरजामी बीजनीथु जिनकृपा 325 १-ए वीर जिनेसरजगअसवेरपर्युषण शु० जिनकृपा 326 १ए- बींकसकुननोकहुं विचार० स०. बींकनी 326 151 सासनसामीरे निरमल जैमत्तासन्नन्दमाकल्या० 327 192 मायाकारमीरेमायामकरो० स०. उसमयसुंदरजी 330 173 सांतलरेतुंप्राणिया सशुरुङ समकितस जिनहर्ष 331 १ए। धुरिप्रणमुंजिनवरचोवीश समकित स० 336 १एए सुगुरुपिगणोश्णेश्राकारे सु० 25 स० जिनहर्ष 33 // 196 स्वारथकीसबहैरेसगाइ० स० ज० समयसुंग 341 १ए हिवराणी पदमाववी जीवराशस० ज० सम० 341 १ए श्रीमहावीरजिनेसरु शूलिनसण्ज दमाक. 344 १एए अष्टप्रवचनमातासशायदोहा पं0 देवचंजजी 345 200 प्रथमअहिंसकत्रततणी र्यासमिति स० देव० 345 201 साधुजीसमतिबीजी आदरो नापास० देवचं० 346 205 समतितीसरीएषणाजी स० देवचंदजी 340 203 समतिचोथीरेचजगतिवारणी स० देवचंदजी ३४ए 204 पांचमीसमतिकही अतिसुंदरुरे स० देवचं० 350 २०ए मुनिमनवसकरोरे मनगुप्ति स० देव० 355 206 वचनगुप्तिसूधीधरो वचनगुप्ति स० देवचंदजी 353 207 गुप्तिसंन्नारोरे त्रीजीमुनिवर कायगुणस देव० 355