________________ 310 س (ए) ग्रंथांक. विषय. कत्तानुं नाम. पृष्ठ. 266 राजमीरलियामणो प्रश्नचंदस रिहर्ष 307 167 धर्ममंगलमहिमानिलो दशवैकालिक पहिलेअध्यायनस जैतसीजी ३०ए 167 दीक्षादोहिली श्रादरीजी 2 अध्य स जैतसीजी 310 १६ए सूधासाधुनिग्रंथ 3 अध्याय सम्" 170 महावीरनाख्योम अध्ययन " 311 171 पंचमर्पिमेषण अज्जयणे 5 अध्ययनस " 172 वैरागीनिरागीहोसूधासाधुजी 6 अध्यास." 313 173 साधुबूकोरे नाषासमति विचार 7 अध्य० स० " 314 174 जिनवर गणधरमुनिवरनें कहेरे अध्य० स० " 315 १७ए श्रोलगमी करियेगीतारथगुरुतणीरे एअध्यास."३१६ 176 अरिहंतवचनेदीक्षा श्रादरीजी 10 अध्य० स०" 316 177 दसवैकालिकसूत्र सुहामणोरे कलस" 317 170 नयरीकपिलानो धणीरे घिमुख प्र० स० उ० समय सुंदरगणि 317 १७ए नयरसुदरसणराय नमीप्रत्येण स " ३१ए 170 पुंडूवर्धनराजीयो नग्गतिप्र० स० " ३१ए 101 क्रोधमकरसो नोखा प्राणिया क्रोध स० श्रीजिनकृपाचंजसूरि 320 12 मानवनवपामीकरीजी मानस जिनकृपा० 31 103 मायाविषवेली० मायास जिनकृपा० 31 184 खोजतजोजविप्राणिया० स० जिनकृपा० 325