________________ भङ्गप्रस्तारकरणम् तत्थ पढमाणुपुव्वी, चरमा पच्छाणुपुब्विया नेया / सेसाओ मज्झिमाओ, अणाणुपुव्वीओ सव्वाओ // 6 // व्याख्या - स्पष्टा / / 6 / / अत्र पञ्चपदीमाश्रित्य विंशत्युत्तरशतभङ्गकयन्त्रकं लिख्यते यथा, 12435 13425 23415 12354 | 12345 21345 21435 32415 21354 14235 31425 14325 41325 24315 13254 41235 42315 31254 13245 31245 23145 32145 24135 34125 34215 43215 23154 32154 42135 43125 9 10 12534 23514 12453 12543 13524 31524 21534 32514 21453 21543 15234 15324 25314 14253 15243 51234 51324 52314 41253 51243 25134 35124 35214 24153 25143 52134 53124 53214 42153 52143