________________ सेयमुच्च सेयं मृदुः 7/28 1616 श्लोकानुक्रमणिका सुषमाविषये 2227 स्थितैव कण्ठे 1079 स्मरात्परासो 136 सुहृदमग्नि 4114 स्थिरा त्वम 16 // 36 स्मरार्द्धचन्द्रेषु 1184 सूक्ष्मे घने 83 स्नातकं 171181 स्मराशुगीभूय 6 / 67 सूतविश्रमद 5.60 स्नातृणां 171167 स्मरेण निस्तक्ष्य 33109 सूनसायक 18.124 स्नानवारि 21 / 16 स्मरेन्धने 76 सूरं न सौर 1176 स्निग्धत्वमाया 10194 स्मरेषुवाधां 9 / 110 सृजन्तु पाणि 157 स्पर्श तमस्या 652 स्मरोपतप्तोऽपि 150 सृजामि कि 12 / 68 स्पर्शातिहर्षा 653 स्मारं ज्वरं 3 / 111 . सृणीपद 2058 स्पर्शन तत्र 11 // 39 स्मारं धनु 7/26 सृष्टातिविश्वा 7:107 स्फारे तादृशि 17 / 218 स्मितश्रिया 12 / 41 सेयं न धत्ते 845 स्फुटं सावर्णि 79 स्मितस्य सम्भा 9 / 191 सेयमालि 2061 स्फुटति हार 4109 स्मिताञ्चितां 1479 5 / 104 स्फुटत्यदः 9 / 125 स्मितेच्छुदन्त 10103 सेयं ममैतद् 745 स्फुटोत्पलाभ्यां 985 स्मितेन गौरी 101134 स्फुरति 1915 स्नग्वासना 650 सोमाय कुप्य 874 स्फुरद्धनु 19 सजा समालिङ्ग 14121 सोऽयमित्थ 1811 स्मरकृति 4 / 16 स्वकन्यामन्य 17198 सौधाद्रि . 2011 स्मर जित्वा 2076 स्वकान्तिकीर्ति 142 सौवर्गवगै 221121 स्मर नृशंस 4186 स्वकामसम्मोह 14160 स्तनद्वये 3 / 018 स्मरमुखं 473 स्वकेलिलेश 123 स्तनातटे 780 स्मरं प्रसू 1099 स्वजीवमप्यात 3185 स्तम्भस्तथा 14156 स्मररिपो 4187 स्वच ब्रह्म च 1773 स्तुती मघोन 691 स्मरशरा | स्वदिग्विनिमये 20184 स्त्रिया मया 9 / 37 स्मर शार्कर 20111 / स्वदृशोजनयन्ति 221 स्त्रीपंसव्यति 15188 स्मरशास्त्रमधी 2064 स्वधाकृतं 221119 स्त्रीपुंसौ 211136 स्मरशास्त्रविदा 20139 स्वनाम यन्नाम 9 / 123 स्थाने विधो 22689 स्मरसखौ 467 स्वं नैषधा 20136 स्थापत्यैनं 20137 स्मर समं 495 स्वप्नेन प्रापितायाः 85106 स्थापितामुपरि 20143 स्मरसि छद्म 2074 स्वप्तुमात्तशय त्तशय 18 / 137 स्थितं भवद्भिः 171125 स्मरसि प्रेयसि 2089 स्वप्रकाश 21151 स्थितस्य रात्रा 33108 | स्मरस्य कम्बुः 22 / 22 स्वप्राणेश्वर 2 / 104 स्थितिशालि 298 स्मरस्य कीत्येव 879 स्वभुषणांशु 162 स्थितैरियदि 1065 स्मरहुताशन 4 / 29 स्वमुकुल 19 / 36 49