________________ श्लोकानुक्रमणिका राजान्तरा 11 // 34 वदत्यचिह्नि 2068 राजा स यज्वा // 24 / लक्ष्मीविलास 11147 वदनगर्भ 4165 राजौ द्विजाना 746 लक्ष्मीलता 11146 वद विधुन्तुद 4/70 राज्ञामस्य 12158 लक्ष्ये धृतं .10.117 वनकेलो 20195 राज्ञां पथि 107 वनान्तपर्यन्त 9 / 152 175 राज्ञि कृष्णा 21144 लङ्घयन्नह वयं कलादा 211102 8.99 रामणीयक लज्जया प्रथम 18139 वयसी शिशुता // 30 रामालिरोमा 22227 लजितानि 2056 वयस्यया 12259 रामेषु मर्म 22117 लताबलालास्य वयस्याभ्यर्थने 20113 11106 रिपुतरा 4124 लब्धं न लेख 21116 वयोवशस्तोक 1669 रिपूनवाप्यापि वरणः कनकस्य ललाटिका 2046 12 / 45 15.33 वरस्य पाणिः रुचयोऽस्त 16 / 14 2 / 90 लसन्नखा 15/76 रुचिरचरणः वराटिकोप लाक्षयाऽऽत्म 1947 3388 18 / 122 रुद्धसर्व ऋतु वरुणगृहिणी 193 लावण्येन तवाखि 22 / 143 18 / 10 वरेण वरुण 201126 रुद्रषुविद्रा लावण्येन तवास्य 221142 2378 रुषा निषिद्धा वर्णाश्रमाचार 2012 14142 लिपि दृशा 3103 वर्णासङ्कीर्ण 17185 रुषारुणा 7 / 100 लिपिर्न दैवी 677 77 वर्षातपाना 22296 रूपं यदाकर्ण्य 10 / 114 लिलिहे स्वरुचा 100 वर्षेषु यद्भारत 6197 रूपमस्य 5 / 62 लीनचीनांशुक 20148 वल्लभस्य 18140 रूपं प्रति 645 लीनश्चरामीति 60 वल्लभेन 1892 रूपवेष 1874 लीलयापि 21197 वस्तु वास्तु 21193 रेखाभिरास्ये 335 लेखा नितम्बिनि 1316 वस्तु विश्व 21194 रेवतीश 29182 लोक एष 5 / 91 वाग्मिनी जड 171134 रोमाङ्करै 14151 लोकत्रयों 17184 वाग्जन्मवैफल्य 332 रोमाञ्चिताङ्गी 6123 लोकस्रजि 6181 वाग्देवता 14383 14.50 लोकाश्रयो 22125 वाचं तदीयां 360 रोमावलीदण्ड 789 लोकेशकेशव - 11125 वाणीभिराभि 22 // 101 रोमावलीभ्रू . 786 लोकरशेष . 104 वाणीमन्मथ 21141 रोमावलीरज 784 वातोर्मिलोलन 11159 रोषकुङ्कुम 18127 वक्त्रेन्दुसन्निधि 11 वान्तमाल्यकच 18119 रोषभूषित 18126 | वक्षस्त्वदुन 111124 वामपाद 181105 111116 रोहणः किमपि 51125 | वतंसनीलाम्बु 1581 . वाराणसी 1. 101 नै० उ० रोमाणि