________________ 18 1610 श्लोकानुक्रमणिका यदप्यपीता 1671 | याचमान 8 | यो मघोनि 5 / 48 यदम्बुपूर 11116 | याचितश्चिर 5126 | यो कुरङ्ग 1896 यदवादिष 2011 याचे नलं 1347 यदस्य यात्रासु या दाहपाको 1474 रक्षः स्वरक्षण 11.13 यदापवार्यापि 9 / 142 यानेन तन्व्या 7101 रक्षिलत 57 / 206 यदि त्रिलोकी 340 | यानेन देवान्न 6.85 रचय चारु 41114 यदि प्रसादी 7.43 यान् वरं 5 / 132 रचयति 19 / 39 यदि स्वभावा 9 / 10 यापदृष्टि 51120 रजःपदं 101119 यदि स्वमुद्वन्धु 946 यामिकाननु 5 / 110 रजनिवमथु 1916 यदिहापि हेतुः 1670 यामि यामिह 51107 रज्यन्नखस्या 770 यदुद्धता श्री 1567 यां मनोरथ 5 / 109 रज्यस्व राज्ये 6 / 84 यद्वभार दहनः 563 यावत्पौलस्त्य 1247 रतिपतिप्रहिता 140 यद्भर्तुः कुरुते 12192 | यावदागम 51 रतिपतेर्विज 4 / 37 यद्धृवी 1888 यावन्तमिन्दं 2283 | रतिरतिपति 19 / 21 यद्विधूय 1855 या शिरोविधुति 1871 रतिवियुक्त 478 यन्मतौ 5 / 106 या सर्वतो 13121 रथाङ्गभाजा 111 यन्मौलिरत्न 11183 यासि स्मरं 171155 रथादसौ 67 यमुपासत 1720 या सोम 1088 रथैरथायुः - 10 यमेन जिह्वा 16121 युगशेष 17148 रम्भादिलोभा 10113 यं प्रासूत 5 / 136 युद्ध्वा चाभि 1148 रम्भापि किं 7192 ययौ विमृश्यो 1016 युवद्वयी 195 रम्येषु हर्येषु 1027 यशः पदाङ्गुष्ठ 71106 युवानमालोक्य 1659 | रराज दो यशो यदस्या 3339 | युवान्तरं 2193 यस्तन्वि 880 युवामिमे 1651 रविरथ 19 / 17 यस्ते नवः 3 / 121 युवा समा रविरुचि 197 यस्त्रिवेदी 1746 - युष्मान् वृणीते 14140 रवैर्गुणा 8.68 यस्मिन्नल 635 | येन तन्मदन 1854 रसस्य 101115 यस्मिन्नस्मीति 1751 येनामुना 13328 रसालसाला 1189 यस्या विभो 1116 येषु येषु / 5 / 32 रसैः कथा 12 यस्येश्वरेण 13149 ये हिरण्य 21187 रहसहचरी 19125 याचतः स्वं 1789 यरन्वमायि 22290 रागं दर्शयते 20133 याचते स्म 1848 योग्यजनि .103 रागं प्रतीत्य 211125 याचनान्न 18 // 67 | योजनानि 18 // 108 | राजा द्विजाना // 37 12 / 14 ' रविकान्त 1684