________________ 8183 183 1604 श्लोकानुक्रमणिका। निजस्य वृत्तान्त 979 | निशि निरशनाः 1918 नैवाल्प 13312 निजांशुनिर्दग्ध 9 / 146 | निशि शशिन् 54 नैषधाङ्ग 1818 निजाक्षिलक्ष्मी 1242 निश्चित्य 1111 नैषधेन 171138 निजादनुव्रज्य 16116 | निश्शङ्कमङ्कुरित 1991 नैषधे बत 71 निजानुजेना 22 // 43 | निश्शङ्कसङ्कोचित 777 नो ददासि 21168 निजा मयूखा 165 | निषधनृप 16 / 127 | न्यग्रोधना 11 // 30 निजामृतो 10 // 129 निषिद्धमप्या 9 / 36 न्यधित / 4141 निजे सृजास्मासु 892 निषेधवेषो 9 / 50 न्यवारीव 201153 नित्यं नियत्या 103 निष्पदस्य 17 / 210 | न्यवीविश 10.67 निपतताऽपि 151 निस्त्रिंश 12166 न्यवेशि रत्न 971 निपीतदूता 15/11 नीतमेव 18325 न्यस्तं तत निपीय पीयूष 9 / 72 नीतयोः स्तन 1866 न्यस्य तस्याः 201142 निपीय यस्य नीतानां यम 17190/ न्यस्य मन्त्रिषु निमीलनभ्रंश 27 नीलदाचिबुकं 20194 निमीलनस्पष्ट 622 नीलनीर 21 // 33 पक्वं महा 22 / 28 निमीलितादक्षि 140 नीविसीन्नि निबिडं१७३ पङ्कसङ्कर निरन्तरत्वेन 22 / 114 नीविसीम्नि निहितं 18 / 43 | पचेलिम 22 / 14 निरस्य दूतः 938 नृपः कराभ्या 12180 पञ्चेषु 17123 निरीक्षितं 812 नृपः पुरस्थैः 2016 पण्डितः 17164 निरीक्ष्य रम्याः 16104 नृपनीलमणी पतगश्विर 2 / 7 निरीय भूपेन 158 नृपमानस 28 पतगेन 2013 निर्विश्य निर्विरति 111118 नृपस्य तत्रा 15/58 पतत्येत 12 / 46 निलीयते 333 नृपानुपक्रम्य 12 / 4 पतस्त्रिणा तद्रुचि 1127 निवारिता 1111 नृपाय तस्मै 1199 पतत्रिणां द्राधिम 15:59 निविशते 4111 | नृपेण पाणि 379 पतिवरायाः 981 निवेक्ष्यते 9 / 47 नृपेऽनुरूपे 133 | पत्युरागिरिश 1878 निवेद्यतां 8124 नृणां करम्बित 1144 | पत्युगिरीणा 22 / 29 निवेशितं 15/43 नेत्राणि वैदर्भ 33 | पस्यौ तया 17/154 निवेश्य 16310 नेत्रारविन्दत्व 22 / 90 पत्यौ वृते . 14661 निशा शशाङ्क 3148 | नेत्रे निषध 20151 पथामनीयन्त 15 / 14 निशि दश 1935 नैकवर्ण पथ्यां तथ्या 17.29 निशि दष्टा 20157 ननं त्यज 6180 | पदं शतेनाप 682 निशि दास्यं 2015 / नैव नः प्रिय 569 पदद्वये 2175 ग कवर्ण 2129 1546