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________________ 45. तुलनात्मक धर्मविचार. मक्सिको में भी इसी प्रकार के विश्वास के लिए ' झीलोनेन' शब्द मकई डोडे के अर्थ में तथा मकई माता के अर्थ में वर्ता जाता था और पेरू में भी इस के लिए देवता को शरमाता ( मकई माता ) कहते थे। वेद धर्म में यथा समय दिए जाने वाले पेय पदार्थों के बलिदानों को अन्न के बलिदानों जितना ही महत्व पूर्ण समझा. जाता था / दूसरे धर्मों की तरह ऐसे बलिदानों को इस धर्म में तुच्छ नहीं गिना। इस प्रकार पेय पदार्थों के बलिदानों को इस धर्म में जितना महत्व दिया गया है उतना ही महत्व जरथोस्ती धर्म में दिया हुआ देखने में आता है। इस पर से तथा सोम और होम इन शब्दों की व्युत्पत्ति की समता पर से यह सिद्ध हो सकता है कि इन दो प्रजाओं के पूर्वज जब इकट्ठे रहते होंगे तब पेय पदार्थों की बलि को महत्व दिया गया होगा यहां तक हमने वेदधर्मों की दूसरे इतनी ही उन्नति किए हुए धर्मों के साथ तुलना की है अब हम तुलनात्मक पद्धति से मालूम पड़ने वाले भेदों की ओर ध्यान देंगे। ___इसलिए हमें विशेष यत्न करना पड़े ऐसा नहीं है ब्राह्मण धर्म इस एक ही शब्द में सब भेदों का समावेश हो जाता है। -- ब्रह्मन् ' अर्थात् स्तुति करने वाले ब्राह्मण हैं अर्थात् ब्राह्मण धर्म का मध्यबिंदु स्तुति है / ब्राह्मण धर्म स्तुति से आरंभ
SR No.032770
Book TitleTulnatmak Dharma Vichar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajyaratna Atmaram
PublisherJaydev Brothers
Publication Year1921
Total Pages162
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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