SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 1177
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ धातुः गणः पृष्ठम् धातुः गणः पृष्ठम् षोंच दिवा० भ्वा० स. भ्वा० ष्टक सगे सत्रणि 532 584 ष्टगे चुरा० सद 532 532 532 517 508 560 स्वा० भ्वा० दिवा० 585 615 577 ष्टिघिद् ष्टिपृङ् ष्टिम ष्टीमच ष्टुगक् ष्टुचि 552 552 540 कण्ड्वा० चुरा० कण्ड्वा० चुरा० अदा० चुरा० कण्ड्वा० भ्वा० सपर सभाजण समर सम्ब सस्तुक् संग्रामणि संभूयस् सर्ज सर्ब सल . साधंट सान्त्व सामण 499 अदा० भ्वा० दिवा० चुरा० भ्वा० ष्टुपच 576 ष्टेपृङ् स्वा० 496 528 490 चुरा० ष्ठा ष्ठिवू सिलत् 577 582 564 492 तुदा० ठिवू दिवा० 552 सुख सुख अदा० 615 536 भ्वा० चुरा० कण्ड्वा० तुदा० चुरा० ष्णसूच ष्णुफ ष्णांक् ष्णिहौच 564 581 दिवा० ष्णुहौच . सूचण् सूत्रण सूर्य सूर्भ bण भ्वा० मिङ् 554 554 496 513 574 566 579 ब्लुषश 512 494 563 भ्वा० स्वा० क्रया तुदा० चुरा० भ्वा० अदा भ्वा० वर्जित् तुदा० दिवा० ष्वद वदि भ्वा० 536 . सृजंत् सृजिच सृप्लं सृभूसृम्भू .. सेकृङ्. सेल प्वपक् वष्कि विदाङ् विदांन् 507 दिवा० 526 552 .
SR No.032767
Book TitleHaimbruhatprakriya Mahavyakaranam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGirijashankar Mayashankar Shastri
PublisherGirijashankar Mayashankar Shastri
Publication Year1931
Total Pages1254
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size33 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy