SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 191
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 162 महत्तरिका 71 महाकालः 51 महातीर्थाटनि 51 महादेवी 88 महापद्मः 47,74 महाभारतम् 109 महाराष्ट्राः 52 महावीरः 8 महावीरचरितम् 143, 144 महासेनः 81 88 महीतटदेशः 53 महेन्द्रः 140 माघः 104 अ माघकाव्यम् 55 मातङ्गिका 70 मातरः (ग्रामः) 53 मातरः (देव्यः) 50, 87 माधवः 75 माधवी 71 मान्धाता 61, 62, 74 मानसम् 100, 101, 104 मान्द्यव्यावर्णनम् 66 मारः 61 मार्गः 100, 102 मालतीमाधवम् 139, 142, 145 मालवाः 51, 53 मालावती 70 मालिनी 12 माहेश्वरी 50, 87 मिथिला 82 मिहिला 82 मीमांसा 48 मुखरः 70 मुद्राराक्षसम् 144 मुरः 89 मूर्खः 94 मूलधनम् 100, 101 मूलम् 100, 102 मृगावती 79 'मृडानीपति' 88 मेकलकन्या 62 मेखलकः 107 मेघः 81 . मेघदूतम् 136, 148 मेघनादः 55 मेदपाटाः 51 मेनका 70 मेना 75 मेरुः 74, 76, 104 मेरुवनानि 45 मैनाकः 140 मैन्दः 89 मोक्षोपायः 56 मोचनिका 70 मोहडवासः 53 यदुः 88 यमः 16, 76 यमपट्टिकः 67 यमलार्जुनौ 88
SR No.032755
Book TitleKavyashiksha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaychandrasuri, Hariprasad G Shastri
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year1964
Total Pages228
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy