________________ 260 द्वितीयं परिशिष्टम् / 227 नलु वड शब्दः लिङ्गम् अर्थः श्लोकः धृतिला स्त्री० पीठवनी 198 धृतेला १९८पा० ध्याम रोहीस 369 ध्रुव पुं० शाक 104 ध्रुवक " ध्रुवसाधन " १०४पा. स्त्री० सावनील ध्वजदुम पुं० ताड ध्वाक्षनासिका स्त्री. हयुषाविशेष 270 82 ध्रुवा धव 179 नकुलप्रिया स्त्री. नक्तश्चर पुं० नक्तमाल , नगभित् नघुष ‘शब्दः लिङ्गम् अर्थः प्रलोकः धन्वयास पुं० धमासउ धमन 374 धमनी नलिका धरा " गुडूची 318 धर्मण पुं० धमणो 105 बहेडा धर्मपत्तन न. मिरी ३०३पा० धर्षणी स्त्री० क्षिरिणी 323 धव पुं० धातकी स्त्री. धाहुडी 150 धातुपुष्पा " १५०पा. धातुपुष्पी 150 धात्री आमला 83 धान्य धान्य अनाज 2 386 धामार्गव पुं० आझाझाडा 204 घींसोडी 322 धाराकदम्ब " धाराकयंब धार्मपत्तन न. मिरी धावनी स्त्री. रोंगणी 194 पीठवनी 198 धिक न. रोहीस ३६९पा. धुत्तूर पुं० धत्तरउ 252 धुरन्धर ". धव 92 धूमकपुच्छा स्त्री० मेषशृङ्गी १९१पा० धूमपुष्पा मेषशृङ्गीप्रकार 192 धूर्त पुं० कदम्बविशेष 14 धतूरउ 252 धूर्तपादप " अर्जुन 103 धूर्धर " ऋषभु १७३पा० धूर्धर पुं० १७३पा० धूर्वह " 173 धूलीकदम्ब पुं० धूलीकयंब धूवारक " कदम्बविशेष धूसरच्छदना स्त्री० शंखाहूली 255 गंधन उली 221 गूगलु करंजूयउ 144 पाषाणभेद २६९पा. तगर १६२पा० अरलू-टीटू 85 नट 14 नलु 374 128 नटी स्त्री० नलिका ४१पा० नड पुं० न० नलु नताङ्गी स्त्री० काकडासिंगी 192 नदीकान्त पुं० इजर नदीकान्ता स्त्री० कालउघाडउ 268 नदीकूलप्रिय वेतस 129 नदीसर्ज " अर्जुन 103 नद्याख्या स्त्री० कालउघाडठ 268 नन्दा राडागारी 317 नन्दित पुं० धव नन्दिन् " उडद . 389 नन्दिल " धव ९३पा० नन्दीमुख " वन्दाविशेष 159 नमस्कारो स्त्री० खयरी नमेरु सरलउ नम्र वेतसविशेष पु 108