________________ कडू :: :: 10 पुं० 252 द्वितीयं परिशिष्टम् / शब्द: लिङ्गम् अर्थः प्रलोकः शब्दः लिङ्गम् अर्थः श्लोकः चक्राङ्गी स्त्री० 299 चलपत्रक पुं० पीपल 38 चक्षुष्य पद्म-स्थलपद्म 284 चवन चविक 306 चञ्चु एरंड 153 चविका स्त्री० चञ्चुरदण्ड 154 न. , चव्य चटकाशिरः न. पीपलीमूल 305 चाङ्गेरी स्त्री. आंबउत्री 350 चटिकाशिरः " ३०५टि. चाणक्यमूलक बृहन्मूलक 357 चणक चिणा पुं० 389 पीलउनी चापगुणा स्त्री० 316 चण्ड रक्तकणयर 30 चापपट चारु 46 टी. चण्डा स्त्री० शङ्खिनी 325 चामरपुष्पक कासु 372 पा. पुं० चण्डात रक्तकणयर 30 चांपउ चाम्पक ९टी. चण्डी स्त्री. मजीठि ३०२पा० चाम्पेय नागकेसर चतुरङ्गुल पुं० किरमालउ 98 चार चारु चतुष्पर्णी स्त्री० आंबउत्री - 351 चारि स्त्री० घास चन्दन पुं०न० चन्दन 22 चारु पदमाकु 175 चन्दनपुष्पक , लवङ्ग चारुकेशरा सेवंत्री 245 पा. चन्दनबीजिका स्त्री० वन्यकासी 157 चारुकेसरा 244 चन्दनशारिवा , चन्दनशारिवा 314 चारुदर्शन पुं० पीपरी चन्दना चारुपी स्त्री० प्रसारणी 341 चन्द्रनामक कपूर चारुमोटा जूही 238 चन्द्रबाला स्त्री० एलची 31 चारुसरुस्सव पदमाकु 175 पा० चन्द्राह्वय पुं० कंपीलउ 156 चिकाम्लिका स्त्री. आंबिली 56 पा० चपला स्त्री० पीपली 304 चिक्क फोफल 181 चमरिक काञ्चनार चिक्कण चम्पक चांपउ चिञ्चा स्त्री० आंबिली चरुसरुश्यव पदमाकु १७५पा. चित्र पुं० एरंड 152 चर्मकशा स्त्री . रोहा २८५पा. तिलक चर्मकषा विदारि 196 चित्रक 248 रोहा 285 पा० चित्रकृत् तिनिश चर्मकसा चित्रतण्डुला स्त्री० विडङ्ग 172 साथरि 341 चित्रदण्डक पुं० सूरणकन्द 344 चर्मकिसा " ३४१पा. चित्रपत्र भूर्ज 118 पा० चर्मरक्षा भाडंगि 275 चित्रपर्णक पाषाणभेद 269 चर्माकसा साथरि ३४१पा० चित्रपर्णी पीठवनी 199 चर्मिन् भूर्ज 118 चित्रफला इन्द्रवारुणीभेद 310 चल चांपउ चित्रा दांती २०१पा. चलपत्र खदिर ६४पा० उंदिरकनी 326 0 " चित्रक :: : :: :: :: :: : क