________________ 248 द्वितीयं परिशिष्टम् / शब्दः लिङ्गम् क्रकचच्छद पुं० क्रकर क्रमसन्धारण क्रमुक अर्थः प्रलोकः केतक. 182 कइर तिनिश मुनिलोध्र 116 पद्मनस सापारी 180 तृणवृक्षजाति 183 साटहडी 208 पा. , 208 पीठवनी 198 जेठीमधु 189 गुली 251 394 बिणि 362 शब्दः लिङ्गम् अर्थः श्लोकः क्षुद्रभण्टाकी स्त्री० डोल्हरी 194 पा० क्षुद्रवर्षाभू साटहडा 207 क्षुद्रसहा मुदगवनी 211 क्षुद्रा डोल्हरी 194 रीगणी क्षुद्रान राजाम्र 123 क्षुद्राम्ली आंबउत्री 351 अलसी 397 गोखरू 201 शरकड 376 क्षुरक तिलक क्षुरिका पलांक क्षेत्रमण्डन शण 272 क्ष्वेडा स्त्री० घीसोडी 321 स्त्री० करमण्डलपत्रक, क्षुमा स्त्री० क्रोष्टुपुच्छिका , क्लोतक न० क्लीतकिका क्वगु क्षत्रियवरा कांग राई स्त्री० क्षारपत्रक क्षार श्रेष्ठ खजा खगपत्रक is : - 05 : * : *as : : : : ई 3 2 2 2 : खण्डा स्त्री . वथुआ 348 पलाश 91 पा. मोषउ 164 खदिर 64 पा० 64 बकायणि .138 क्षीरविदारि 197 शंखाहूली 254 पा० 254 क्षीरविदारि 197 खण्डिक खण्डिन् खण्डीर खदिर खदिरिका गांगेटी 166 गांडउ . 373 गांगेटी 166 पा० कलायरा 389 वनमुद् ३९२पा. 392 पीतमुंग 390 खदिर खयरी 286 सोपारी 180 डाभ गांगेटी मरुअउ 224 पलाश 91 जहारि 367 पा० स्त्री० . क्षितिक्षम क्षितिद्रुम क्षीवक क्षीरकन्दा क्षीरपुष्पा क्षीरपुष्पी क्षीरवल्ली क्षीरविदारिका , क्षीरवृक्षभव क्षीरशुक्ला क्षीरश्रेष्ठ क्षीरिका स्त्री० क्षीरिन् क्षुताभिजनन क्षुद्रचन्दन न० क्षुद्रपत्र क्षुद्रपनस क्षुद्रफला 371 166 वन्दा विशेष 159 क्षीरविदारि 197 पलाश रायणी . ____c पुं० वडु राई खर खरगन्धनिका स्त्री. खरपत्र खरपर्ण खरपुष्पा खरपुष्पी खरमञ्जरी खरयष्टिका खरस्कन्ध खराश्वा खर्जूर पुं० रक्तचन्दन 24 आजऊ 221 पनस 120 इन्द्रवारुणो 310 आझाझाडा 204 बला 260 चारु 46 अजमोद 256 महाखजूरि 178 बी०