________________ 246 द्वितीयं परिशिष्टम् / शब्द: कुसुमेन्द्र कुसुम्भ लिङ्गम् अर्थः श्लोकः पुं० चांपउ न० केसर 234 पुं०न० कुसुंभउ 273 उपलोठ 230 ७१पा० शाल्मलिविशेष 68 कोद्रव ३९५पा० जीवक 364 नालेर १७९पा० बोरि कुरण्डी : : * : : कुरबक ,, नालेर कुष्ठ कुहा कूटशाल्मलि कूरदूषक कूर्चक कूर्च केशर कूर्चकेसर कूर्चशीर्षक कूष्माण्डक कूष्माण्डी कृतच्छत्रा कृतत्राणा 179 360 " कुलथी कृतमाल 289 शब्दः लिङ्गम् अर्थः प्रलोकः कुम्भोलुखलक पुं० गूगलु 76 पा० कुम्भोलूखलक न. , कुरक पुं० वानउ 245 पा० कुरण्टक 245 , पीतसेहरीओ 246 कुरण्डिका स्त्री० श्रीहस्तिनी 355 पा० 355 पुं० वानउ 245 , रक्तसेहरीओ 246 कुरुण्डी स्त्री. श्रीहस्तिनी 355 पा० कुरुविन्द पुं० मोथ 381 " बूझ 289 कुलक ,, काकटौंडू 114 पटोल कुलत्थ कुलत्थिका स्त्री. कुलथीविशेष कुलपुष्प पुं० बूझ कुलाव " धव कुलिन् कांचणयरु कुली स्त्री. डोल्हरी 194 कुलीनक पुं० वनमुद्ग 391 टि. कुलीमक कुल्माष कुल्माष 393 कुल्मास 394 कुवल पुं०न० उत्पल कुवलय न० , कुवलि स्त्री. बोरि 70 पा. कुवली त्रि. , न० उत्पल कुश पुं०न. डाभ 371 कुशलिन् पुं० आसद्रा कुशाल्मलि शाल्मलिविशेष 68 कुशिशपा स्त्री० सीसमविशेष 70 कुशिशिपा सीसमभेद 70 पा. कुशेशय न० श्वेतकमल 328 कुसुमारोग्य चांपउ AN A c 391 : : : : * - : : * : : : sksi #ss : : जीवक कोहला 0 विदारि 196 कडूई ३२१पा० त्रायमाण 225 पुं० . किरमालउ 97 , पारापत 14. करञ्जविशेष 146 स्त्री० घोंसोडी 321 पुं० बीजउरउ 54 न० अगर 21 " " 21 टी. पुं० राजाम्र. 123 43 टी० विडंग 172 मिरी स्त्री० घींसोड़ी 321 छड 28. विडंग 172 पा. * पीपली पुं० बकुल पुं० न० करमदा स्त्री. बाबची 218 पा० 218 अरीठा 135 उंबरा न. कृतवेधना कृमिघ्न कृमिज कृमिजग्ध कृमितरु कृमिफल कृमिहन् कृष्ण कृष्णच्छत्रा कृष्णजटा कृष्णतन्दुल कृष्णतन्दुला कृष्णत्वम् कृष्णपाकफल कृष्णफला कृष्णफली कृष्णबीज 303 कुवेल 331 305 51 प०