________________ - हैमनिघण्टुशेषान्तर्गतानां शब्दानामनुक्रमः / पुं० 292 .:: : पुं० शब्दः लिङ्गम् अर्थः प्रलोकः शब्दः लिङ्गम् अर्थः श्लोकः कर्ष बहेडा 82 काकताल पुं० आजऊ 223 पा. कर्षफल काकतिन्दुक काकटौंडू 114 कलम कलमोदन 387 काकतुण्डक कृष्णागरु 22 कलम्बी स्त्री . शतपर्वा 359 काकतुण्डफला स्त्री.. कायणी 269 कलम्बू कलंबी 359 पा० काकनखी चिणउठी कलशि पीठवनी 198 काकनन्तिका , कलशो ,, 198 पा० काकनासा कायणी 268 कलामक कलमोदन 387 कानिन्दिका चिणउठी 292 कलाय कलायरा 388 काकपर्कटि पिंडखजूरी 178 पा. कलिकागन्धफलिन् पुं० चांपउ 10 काकपटी , 178 कलिकारिका काकपाद पुं० कांक 78 कलिङ्ग कुडउ 16 काकपालक पुं० न० कंकुष्ठ 176 कलिङ्गी स्त्री० कलिंग ३६१पा० काकपीलु पुं० काकटींडू 114 कलिद्रुम बहेडा 82 स्त्री० चिणउठी' 293 कलिनाशक करंजूयउ 144 काकबिम्बिका , , 292 पा. कलिनाशन " 144 पा. काकमर्दक पुं० किंपाक 155 कलिम न० देवदारु १०९पा०. काकमाची स्त्री० कमाइ 354 कलिवास बहेडा ८२पा. काकमुद्गा मुदगवनी 211 पा० कल्क काकमुद्रा , 211 कल्याण बोअउ 100 काकर्द किपाक काल्हार न० सौगन्धिक 332 पा० काकवल्लभा स्त्री० जांबूविशेष 125 , शुक्लशारद उत्पल 332 काकसाह्वा कमाइ 354 कवचनामक पुं० पीतपापडा 259 पा० काकादनी , चिणउठी 292 कवर काकेन्दुक पुं० का कोंडू 114 कवलीस स्त्री० बोरि 70 पा. काकोदुम्बरिका स्त्री० काढुंबरी कवाय पुं० सागु 102 पा० काचस्थाली , पाडला 19 टी० कश्मरी स्त्रो० सिवनो 94 काञ्चन कांचणयरु कश्मीरज न. केसर 235 चांउ कषायिन् पुं० सागु 102 काञ्चनार कांचणयरु काककगु स्त्री० चीनक. 396 काञ्चनी 213 काककर्कटो ,, पिंडखजरी 178 पा० काञ्चीरक काकरहूले 382 पा० काककुष्ठ पुन० ककुष्ठ पुं० न० कडकुष्ठ 176 काण्ड पुं० न० विभाग - 2 काकचिञ्चिका स्त्री. चिणउठी 292 धानना कणसडा, 401 काकजङ्घा कालउघाडउ 267 नाल काकजम्बू , जांबूविशेष 125 काकणिन्दिका , चिणउठी 292 पा० काण्डतिक्तव पुं० किरायता 229 : :: :: :: : = 2 # स्त्री . हलद्र न. :::