________________ 240 द्वितीयं परिशिष्टम् / शब्दः लिङ्गम् अर्थः प्रलोकः शब्दः लिङ्गम् अर्थः श्लोकः गोरवा स्त्री. जांबविशेष 125 ऐलेय न. एलीयउ 233 उषणा " पीपली 305 . ओ उष्टपुष्पा " मेषशृङ्गीप्रकार 192 ओदनपाकी स्त्री० कंटासेलउ 247 ऊर्ध्वकष्ट का " शतावरी 297 ओदनाह्वया " बला 260 ऊर्वारु पुं०स्त्री० चीभडी 363 ओलक पुं० शमठ ऊषण न. मिरो ओषण न० पोंपलीमूल 306 पोपलीमूल ३०६पा० ओष्ठोपमफला स्त्रो० गोल्ह, टिंडूरी 368 औडपुष्प न० जपा 149 103 176 ' 50 ऋक्षगन्धा स्त्री० क्षीरविदारि 197 महाबला 262 वृद्धारा 345 স্কৃত্তি ऋद्धि-वृद्धि 174 ऋषभ ऋषभु 173 - ऋषभी स्त्री० कउंछि 301 ऋषिपुत्रक पुं० दमणउ 251 ऋषिसृष्टसुख न० ऋद्धि- वृद्धि १७४पा० ऋषिसृष्टा स्त्री० " 174 ऋष्यगन्धा " क्षीरविदारि १९७पा. " बला २६२पा. ऋष्यप्रोका महाबला 262 कउंछि 301 कगुनी कांग ककुभ पुं० अर्जुन कक्कोलक न० ककोल कता स्त्री. महाबला 262 ककुष्ठ पुं०न० ककुष्ठ कङ्केल्लि स्त्री० अशोक कगु प्रियङ्गु 187 कांग 394 मालकांगुणी २०९पा० 394 न. वालउ 231 कच्छकोली पुं० इजर १२९पा. कच्छपाली स्त्री 129 कच्छुनाशनी " हयुषाविशेष 270 कच्छुनाशिनी " हउंसि २७०पा. कच्छुरा धमासउ 228 कउंछि 300 कज्जला सिवनी कञ्चुका आसगंधि 190 कटकीलक पुं० हिंगोटु 74 कटङ्कटेरिका स्त्री० दारुहलद्र १६७पा० कटभी मालकांगुणी 209 श्वेतगिरणई 308 कटम्भर अरलू-टीटू 86 कटम्भरा स्त्री. कडू २९९पा० कटम्बरा कटिल्ल साहडा 207 कारेली 359 एकपत्रफला स्त्री. ताडी 182 एकाष्ठील पुं० आकुमंदारु 49 एकाष्ठीला. स्त्री० पाठ 295 एडगज पुं० पमाड 215 एरंड 152 एर्वारु पं० स्त्री. चीभडी 363 एलापर्णी राठ 219 एलावालुक एलीयउ 233 एलुवालुक " २३३पा० एल्वाल एल्वालु ". २३३पा० एरण्ड स्त्री . ऐन्द्री ऐभी इन्द्रवारुणी 309 हस्तिकोशातकी 323 नारिंगु पुं० ऐरावत