________________ ___ संकेत 7 का संकेत विषय . अध्याय प्रमुख पर्वत, नदी, गंगा तथा भारतवर्ष के महत्त्व आदि का 55 100 गङ्गा की तीन धाराओं तथा किम्पुरुष आदि देशों के वर्णन का संकेत 56 100 भारतवर्ष के विस्तार के वर्णन का संकेत . 57 100 विभिन्न देशों के सम्बन्ध में संकेत 58-60 स्वारोचिष मन्वन्तर के वर्णन के प्रसंग में वरूथिनी अप्सरा और ब्राह्मण का चारित्र्य-सम्बन्धी संवाद 61 101-102 विप्ररूपधारी कलि और वरूथिनी की प्रेमक्रीडा का संकेत 62 101 स्वरोचिष् के जन्म, विद्याध्ययन और विवाह की कथा का 63 102 अपनी पत्नी मनोरमा की सखी विभावरी और कलावती से . स्वरोचिष् के विवाह और नूतन पत्नियों से नूतन विद्याओं . की प्राप्ति-कथा का संकेत 64 103 स्वरोचिष् के जीवन के सम्बन्ध में कलहंसी और चकवाकी का तथा एक हरिणदम्पती का शिक्षाप्रद आकर्षक वार्तालाप 65 103-104 मृगयाविहार में वनदेवी से स्वरोचिष्-द्वारा एक पुत्र का जन्म, स्वरोचिष् के जीवन के विषय में एक हंसदम्पती का वार्तालाप और उससे उसके विलासी जीवन का परिवर्तन 66 104-105 स्वारोचिव मन्वन्तर तथा उसके देवता आदि के विषय में संकेत 67 105 पमिनी विद्या की आठ निधियों का विस्तृत वर्णन 68 105-106 औत्तम मन्वन्तर के वर्णन के प्रसंग में एक ब्राह्मण का आख्यान तथा नारी के महत्त्व का वर्णन . . 69-70 106-108 ऋषि और राजा उत्तम की महनीय वार्ता 71 . 108 मित्रबिन्दा इष्टि द्वारा राजा उतम को अपनी पूर्वपत्नी की प्राप्ति तथा औत्तम मन्वन्तर के देवता आदि के विषय में संकेत ' 72-73 109 तामस मन्वन्तर के विषय में संकेत 74 109 रैवत मन्वन्तर के विषय में संकेत तथा पुत्र की उपयोगिता के सम्बन्ध में ऋतवाक ऋषि का मन्तव्य 75 110