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भण्डारी
और पान्य डाक्टर रक्खे गये हैं। यह गृह बहुत विशाल है था अत्यन्त सुव्यवस्थित ढंग से चलाया जा रहा है। इसका वार्षिक खर्च १४०००) के करीब पड़ता है जो सब आप ही की तरफ से दिया जाता है।
इसी प्रकार आपकी जन्मभूमि रामपुरा में भी श्री नन्दलाल भण्डारी बोरिंग हाउस नामक बोर्डिग मी आप ही के द्वारा खोला गया जिसमें बहुत से विद्यार्थी रहते तथा विद्याध्ययन करते हैं। इस बोडिंग की व्यवस्था के लिये आपकी ओर से 10) प्रति मास वर्तमान में दिया जा रहा है। आप उक बोडिंग हाउस के लिये रामपुरा नगर के बड़े बाजार में एक बहुत बड़ा २५०००) की लागत का स्वतन्त्र मकान भी बना रहे हैं जिसका काम बहुत तेजी के साथ चल रहा है। इसके अतिरिक्त महाराजा तुकोजी. राव हॉस्पिटल में अपने पूज्य पिताजी के नाम पर नन्दलाल भण्डारी फेमिली वार, रामपुरा में श्मशानविभान्तिगृह, ओसवाल भवन रामपुरा में एक भखादा आदि २ कई सार्वजनिक भवन व संस्थाएं भापकी भोर से चल रही हैं। कहने का मतलब यह है कि आपने क्या न्यापार, क्या परोपकार, क्या जाति सेवा तमासा समाज सुधार सब में अपनी प्रतिभा का पूर्ण परिचय दिया है। आपकी भोर से कई गरीब विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप भादि भी दी जाती है। प्रायः सभी सार्वजनिक और परोपकार के कानों में हजारों रुपये भापकी ओर से सहायतार्य दिये जाते हैं।
आपका जाति प्रेम भी अत्यन्त सराहनीय है। ओसवाल जाति के नवयुवकों के प्रति भाप हृदय में बहुत गहरा स्थान है । सैकड़ों ओसवाल नवयुवक आपकी वजह से जीविका उपार्जित कर रहे हैं। जाति सुधार के सम्बन्ध में भी आपके विचार बड़े मजे हुए हैं। भाप सामाजिक सुधारों को व्यवहारिक रूप देने के बहुत ज़बरदस्त हामी हैं। विवाह, शादी, ओसर मोसर इत्यादि सामाजिक कुरीतियों की वेदी पर जो हजारों सालों रुपया खर्च होता है उसको तोड़ कर आपने उस पैसे को विद्या प्रचार, समाज सुधार इत्यादि उपयोगी कार्यों के अन्दर खुले दिल से खर्च किया है। आप कई समाज संस्थाओं के प्रेसिडेण्ट तथा पदाधिकारी रहे हैं। आपके द्वारा स्थापित की हुई सार्वजनिक संस्थाएं ओसवाल जाति के अन्दर काफी और से प्रकाशमान हैं।
आपका ओसवाल जाति के अंतर्गत भी काफी सम्मान है। भाप सन् १९॥ के नासिक जिला भोसवाल सम्मेलन के सभापति भी चुने गये थे। इस पद को आपने बड़ी योग्यता से सम्पादित किया ।
श्री कन्हैयालालजी भण्डारी इन्दौर नगर के एक अच्छे प्रतिष्ठित सज्जन हैं। भापका यहाँ की जनता में और इन्दौर दरबार में भी काफी सम्मान है। इन्दौर राज्य के शिक्षित प्रमुख धनिक नागरिकों में आपका स्थान ऊँचा है। आपको सन् १९२८ में होलकर सरकार की ओर से इन्दौर म्युनिसिपल कमेटी में नामजद किया गया जिसके तीन वर्ष तक आप कार्पोरेटर रहे। इन तीन वर्षों में आपने अपने