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________________ चोरड़िया चोराड़िया जोरावरमलजी-आप शाहपुरा स्टेट के दीवान थे। भापके गोवईलालजी तथा फूलचन्दजी नामक दो पुत्र हुए। गोवर्द्धनलालजी शाहपुरा में उच्चपद पर कार्य करते थे। तथा डावला नामक एक गाँव भी आपको जागीरी में मिला था। लगभग ५. साल पहिले आप यहाँ से उदयपुर चले गये। आपके किशनसिंहजी तथा मोतीसिंहजी नामक पुत्र हुए। मोतीसिंहजी का जन्म संवत् १९२९ में हुआ। आप उदयपुर स्टेट में सर्विस करते रहे और इस समय वहीं निवास करते हैं। आपके श्यामसुंदरलालजी तथा हीरालालजी नामक पुत्र हुए। इनमें हीरालालजी का सन् १९१० में स्वर्गवास हो गया। श्यामसुन्दरलालजी चोरडिया एम० ए०-आपका जन्म सन् १८९८ में हुआ। आपने म्योर सैण्ट्रल कॉलेज इलाहबाद से सन् १९२२ में एम० ए० की डिगरी हासिल की। इस समय अंग्रेजी विषय में आप सारी युनिवर्सिटी में प्रथम आये थे। तत्पश्चात् आप सन् १९२३ में महाराणा इंटर मिजियेट कालेज उदयपुर के प्रोफेसर हुए और इसके कुछ ही दिनों बाद आपकी प्रतिभा की कद्र करके प्राविशियल सविस में सी० पी० एजूकेशन डिपार्टमेंट ने आपको मोरिस कॉलेज नागपूर में अंग्रेजी का प्रोफेसर निर्वाचित कर सम्मानित किया। आप अंग्रेजी साहित्य के उच्चकोटि के लेखक हैं। कई अंग्रेजी साहित्य रसशों ने भापकी रचनाओं की प्रशंसा की है। उदयपुर के महाराणा साहब आपकी बड़ी कद्र करते हैं, उन्होंने भापको जून १९२३ में दरबार में बैठक वख्शी है। इस समय आप नागपुर युनिवर्सिटी बोर्ड के मेम्बर, फेकिलिटी आफ ऑर्टस के मेम्बर, एवं एक्झामिनेशन बोर्ड के मेम्बर हैं। कई बार आप बी० ए० एम० ए० और इंटर के एक्झामिमर रहे हैं। आपके पुत्र कुंजबिहारीजी मेट्रिक में तथा रोशनलालजी विद्या भवन में पढ़ते हैं। कुमारी दिनेश नंदिनी-आप श्यामसुन्दरलालजी चोरडिया की कन्या हैं। आपने नागपुर में मैट्रिक तक अध्ययन किया । हिन्दी साहित्य में आपकी बड़ी रुचि है। हिन्दी के गण्य मान्य पत्रों में भापकी गम्भीर भावों से परिपूरित गद्य काव्य एवम् हृदय स्पर्शी पद्यावली प्रकाशित होती रहती हैं। भोपालसिंहजी चोरड़िया-आप बहुत समय तक शाहपुरा अधिपति राजाधिराज नाहरसिंहजी के प्रायवेट सेक्रेटरी रहे। तथा कलक्टरी में ट्रेलरी आफिसर रहे इस समय भाप मेवाड़ के कानोड़ ठिकाने कामदार हैं आपका परिवार शाहपुरा में ऊँचे दरजे की प्रतिष्ठा रखता है। शाहपुरा दरबार ने समय २ पर कई आपको सम्मान दिये हैं। आपकी आयु इस समय ६० साल की है। आपके पुत्र रघुनाथसिंहजी तथा रणजीतसिंहजी हैं। रघुनाथसिंहजी चोरड़िया-आपका जन्म संवत् १९५३ में हुआ। सन् १९२३ में आप बी० ए० पास हुए । सन् १९२३ में आप शाहपुरा कुमार उम्मेदसिंहजी के प्रायवेट सेक्रेटरी निर्वाचित हुए। इसपद के साथ साथ कई भिन्न २ उच्च पदों पर काम करते हुए इस समय आप डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट तथा फाइनेन्स मेम्बर के पद पर हैं। आपको दरबार ने तिलक के समय जागीर बख्शी है। भापके पुत्र बीरेन्द्रकुमारजी तथा सुरेन्द्रकुमारजी हैं। आपके छोटे भ्राता रणजीतसिंहजी स्माल कॉज कोर्ट में सर्विस करते हैं।
SR No.032675
Book TitleOswal Jati Ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorOswal History Publishing House
PublisherOswal History Publishing House
Publication Year1934
Total Pages1408
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size47 MB
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