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[ ३ ] अध्याय प्रधान विषय
पृष्ठा वर्जितस्त्रीणां श्राद्धपाककरणे दोषवर्णनम् २५७६
वर्जित त्रियों को श्राद्ध का पाक करने में दोष बतलाया है (५१६-५४०)। विधवास्त्रीणां कृत्यवर्णनम्
२५८१ विधवा स्त्रियों के कार्यों का वर्णन (५४१-५६२)। सधवाविधवास्त्रीणां मीमांसा
२५८५ सधवा एवं विधवा स्त्रियों का विवेचन (५६३-६३२) । विधवास्त्रीणां प्रकरणम्
२५८६ अतिरण्डा, महारण्डा और पुत्ररण्डा आदि का वर्णन (६३३-६५६)। पुत्रमहत्त्ववर्णनम्
२५६१ पुत्र के बिना एक क्षण भी न रहे । पुत्र के महत्त्व का विस्तार से निरूपण (६५६-६७८)। ज्येष्ठपुत्रस्य पत्र्ये योग्यता
२५६३ ज्येष्ठ पुत्र की पिता के सभी उत्तराधिकारियों से अधिक योग्यता (६६-६६८)। औरसपुत्रेषु ज्येष्ठत्वनिर्णयः
.. २५६५ औरस पुत्रों में ज्येष्ठ कौन हो इसका निर्णय (६६६-७००)।
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