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________________ ( २१ ) अध्याय प्रधानविषय २ तथा स्त्री और बच्चों को छोड़कर गृहपति सब दान में दे सकता है। सन्तान होने पर सब दान नहीं कर सकता है तथा दी हुई वस्तु फिर दान नहीं हो सकती। जो दिया जाय वह राजकीय नियम से प्रकाशित कर दिया जाय ( १७८-१७६ )। __ क्रीतानुशयप्रकरणवर्णनम् १२८८ क्रीतानुशय अर्थात् मूल्य लेने पर वापस किया जा सकता है। दस दिन तक बीज (अन्न) लौटाया जा सकता है। लोहे की चीजें एक दिन, बैल लेने पर पाँच दिन, रत्न की परीक्षा आठ दिन तक, गाय तथा अन्य जीव जन्तु तीन दिन तक, सोना आग में तपाने पर घटता नहीं है और चांदी दो पल कम हो जायगी इस प्रकार खरीदी हुई वस्तु तीन दिन तक वापस की जा सकती है ( १८०-१८४)। अभ्युपेत्याशुश्रूषाप्रकरणवर्णनम्- १२८६ संविद्व्यतिक्रमप्रकरणवर्णनम्- १२८६ संवित् व्यतिक्रम (अपने निश्चय को तोड़ना) जैसे
SR No.032669
Book TitleSmruti Sandarbh Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMaharshi
PublisherNag Publishers
Publication Year1988
Total Pages744
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size36 MB
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