________________
-
प्रबन्धकर्ताश्रीमान् मोतीलालजी हालाखंडी
ब्यावर (राजपूताना)
35
पूज्यपाद प्रातः स्मरणीय इतिहास प्रेमी प्रखर वक्ता मुनिराज श्री ज्ञानसुन्दरजी गुणसुन्दरजी महाराज साहब का सं० १६६५ का चातुर्मास ब्यावर (नयाशहर ) में हुआ। श्री संघ के अाग्रह से आप श्री ने महा प्रभाविक श्रीभगवती जी सत्र व्याख्यान में फरमाने का निश्चय किया। श्रीमान गणेशमलजी कोठारी ने सूत्रजी को अपने वहां ले जाकर पूजा प्रभावना रात्रि जागरण और वरघोड़ादि महोत्सव किया। तत्पश्चात श्री संघ ने शास्त्रजी की मुक्ताफल, सुवर्ण रजित व मुद्रिकानों से पूजन किया जिसके द्रव्य से यह पुस्तक छपवा कर सर्व साधारण की सेवा में उपस्थित की गई है।
- प्रबन्ध कर्ता
पं० रामनिवास शर्मा के प्रबन्ध से फाइन आर्ट प्रेस __ब्यावर में प्रकाशित
-