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________________ * भविष्य की स्वर्णिम योजनाएँ भोपावर तीर्थ स्थल उत्तरोत्तर विकास के पथ पर अग्रसर है. तीर्थ के ट्रस्टीगण के अथक प्रयास से तीर्थ अपने चरमोत्कर्ष पर है । इस तीर्थ के विकास हेतु अनेक भावी योजनाएँ हैं, जो निम्नानुसार है - 1. उपाश्रय एवं व्याख्यान के लिए एक बड़ा हाल बनाना । 2. एक अत्याधुनिक 200 कमरों की नवीन धर्मशाला का निर्माण करना । 3. वृद्धाश्रम तथा बोडींग का निर्माण करना । 4. स्वाध्याय केन्द्र खोलना । 5. आदिवासियों के लिए निःशुल्क चिकित्सालय खोलना | 6. प्राचीन मूर्तियों का एक संग्रहालय बनाना । 7. साधु-सन्तों के लिए पठन-पाठन का केन्द्र बनाना । 8. यात्रियों की सुविधा के लिए एक नया बस स्टेण्ड तथा यात्री प्रतिक्षालय बनवाना | 9. गौशाला का निर्माण करना । 10. तीर्थ की शेष भूमि पर वाल बाउंड्री का निर्माण करना । 37 ए
SR No.032639
Book TitleBhopavar Tirth ka Sankshipta Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYashwant Chauhan
PublisherShantinath Jain Shwetambar Mandir Trust
Publication Year
Total Pages58
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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