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________________ मित्रवधु-विनोद विवरण-१८वीं शताब्दी के ज्ञात होते हैं । ' नाम-(१५१५ ) नजमी। नाम-(१५१६ ) नरपाल । ग्रंथ—समरसिंधु । नाम-(१५१७ ) नरमल । ग्रंथ-फुटकर कवित्त । नाम-( १५१८ ) नरहरिदास बख्शी । ग्रंथ-बारहमासी । [प्र० त्रै० रि० ] नाम-( १५१९) नरिंद। . ग्रंथ-फुटकर कविता। नाम-( १५२० ) नवनिधि-शिष्य कबीर। ग्रंथ-संकटमोचन (पृ० १२, पद्य )। [द्वि० त्रै० रि० ] नाम-(१५२१ ) नवलकिशोर । विवरण-साधारण श्रेणी।। नाम-(१५२१ ) नवलसखी । ग्रंथ-पद्यावली। विवरण-राधावल्लभी। नाम-( १५२२) नापाचारण, मारवाड़ । ग्रंथ–फुटकर गीत, कवित्त । नाम-( १५२३) नारायणदास साधु । ग्रंथ-भजन । . नाम-(१५२४ ) नारायणराव भट्ट, बनारस । ग्रंथ-भाषाभूषण का तिलक । विवरण-ये भट्ट सरदार कवि के शिष्य थे। इनका समय सरदार कवि के कविता काल के कुछ पीछे है ।
SR No.032634
Book TitleMishrabandhu Vinod Athva Hindi Sahitya ka Itihas tatha Kavi Kirtan Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaneshbihari Mishra
PublisherGanga Pustakmala Karyalay
Publication Year1929
Total Pages420
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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