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________________ परिवर्तन-प्रकरण विवरण-कविता सानुप्रास और यमकयुक्त उत्तम है। साधारण श्रेणी। नाम-(२१३२ )गोपाल कवि। ग्रंथ- समस्या-चमन । [च. त्रै• रि० ] रचनाकाल-१९२१॥ नाम-( २१३२ ) मदनसिंह कायस्थ । ग्रंथ-(१) मदनचंद्रिका (१९२१), (२) मदनमुद्रिका (१९२३), (३) हम्मीरप्रकाश (१९२३), (४) मदनप्रताप शालिहोत्र (१९३१), (५) फारसी की बात । [प्र० ० रि०] रचनाकाल-१६२१ । विवरण-ओरछा-नरेश हम्मीरसिंह तथा प्रतापसिंह के यहाँ थे। नाम-(२१३३ ) राधाचरण कायस्थ, राजगढ़, बुंदेलखंड । ग्रंथ-(१) यमुनाष्टक, (२) राधिकानखशिख, COME पचासा। जन्मकाल-१८१६ । कविताकाल-११२१ । मृत्यु १९५१ । नाम-(२१३४ ) श्रीकृष्णचैतन्यदेव । ग्रंथ-सौंदर्यचंद्रिका । [ द्वि० ० रि०] कविताकाल-१९२२ के पूर्व । नाम-(२१३४ ) दीपकुँअरि रानी । ग्रंथ-दीपविलास । [प्र. ० रि० ] रचनाकाल-१६२२ । विवरण-अजयगढ़-नरेश महाराजा माधवसिंह की रानी थीं। नाम-(२१३५ ) बख्तावरखाँ, बिजावर । ग्रंथ-धनुषसवैया।
SR No.032634
Book TitleMishrabandhu Vinod Athva Hindi Sahitya ka Itihas tatha Kavi Kirtan Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaneshbihari Mishra
PublisherGanga Pustakmala Karyalay
Publication Year1929
Total Pages420
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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