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परिवर्तन-प्रकरण नाम-(२०५४ ) टीकाराम, फीरोजाबादी। ग्रंथ—स्फुट । रचनाकाल-१११४ के पूर्व । विवरण-बोधा फ्रीरोजाबादी के भतीजे थे। उदाहरणचोप सो काम गढ़ौ चित दै निज पंकज से कर कुंदन नायौ; जंत्रन-मंत्रन तंत्र बड़े करि मुक्तनि गुदि के भोप बढ़ायो। बाल की नासिका बीच बड़ी नथ ताहि मूनि उरोजन छायौ; सो उपमा कहै टीकम मानहु, ईश के सीस पै छत्र चढ़ायो । नाम-(२०५४ ) बिहारीलाल वैश्य । जन्म-१८६० मृत्यु-१९३७ । ग्रंथ-(१) अमृतध्वनिछंदावनी, (२) प्रहेनकादि रवाकर,
(३) रसायनानंद, (४) वाणीभूषण, (५) वृत्त-. " कल्पतरु, (६) छंदार्णव, (७) छंदप्रकाश, (८) वैद्यानंद, (६) नामप्रकाश, (१०) दोषनिवारण (१९१३), (११) गणेशखंड (१९१३), (१२)
गंगाष्टक (१९१६)। [च० ० रि०] . कविताकाल-१६१३। नाम-(२०५५) देवीसिंह । [प्र. त्रै० रि०] ग्रंथ-(१) अर्बुदविलास, (२) देवीसिंहविलास, (३)
मायुर्वेदविलास, (४) रहसलीला, (५) नृसिंहलीला। कविताकाल-11 के पूर्व । नाम-(२०५६) गोविंद, गोपालपूर, जिला गोरखपुर । ग्रंथ-विलासतरंग (कोकसार)।