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________________ मिश्रबंधु-विनोद ग्रंथ-वैद्यमातंग । [ तृ• त्रै० रि०] रचनाकाल-१९०८ के पूर्व । नाम-(२०१७ ) गोपालदास । ग्रंथ-रामायणमाहात्म्य । [ च० ० रि०] रचनाकाल-१९०८ । नाम-(२०१८) विष्णुसिंह चारण, करौली । ग्रंथ--स्फुट । कविताकाल-१६०८। विवरण-ये भाषा तथा संस्कृत के अच्छे कवि और पंडित थे। करौली दरबार के आप वंशपरंपरा से कवि थे। नाम-(२०१८) सदासुख । ग्रंथ-(१) रत्नकरंड श्रावकाचार, (२) अर्थप्रकाशिका, (३) भगवती आराधना की टीका, ( ४ ) समयसार की टीका, (५) नित्यपूजा टीका, (६) अकलंकाष्टक की टीका । रचनाकाल-१९०८। विवरण-बीसवीं शताब्दी के पुराने ढंग के प्रसिद्ध लेखक । नाम-(२०१९) देवीदत्त । ग्रंथ-अरकपचीसी। कविताकाल-१६०। नाम-(२०१९ ) दौलतराम । ग्रंथ-(1) छहढाला, (२) स्फुट पद । रचनाकाल-बीसवीं शताब्दी का प्रारंभ । विवरण-सासनी-निवासी पल्लीवाल थे। नाम-( २०१६ ) पत्रालाल चौधरी। ग्रंथ-(१) वसुनंदिश्रावकाचार, (२) सुभाषितार्णव, (३)
SR No.032634
Book TitleMishrabandhu Vinod Athva Hindi Sahitya ka Itihas tatha Kavi Kirtan Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaneshbihari Mishra
PublisherGanga Pustakmala Karyalay
Publication Year1929
Total Pages420
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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