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________________ १०७८ मिश्रबंधु-विनोद नाम-( १९२५ ) जनार्दन भट्ट । ग्रंथ-(१) कविरत्न (२) वैद्यरत्न, [खोज १९०२], (३) बालविवेक, (४) हाथी को सालिहोत्र । [प्र. ० रि०] कविताकाल-१६०० के प्रथम । विवरण-साधारण श्रेणी। नाम-(१९२६ ) जितऊ । कविताकाल-१६०० के पूर्व । नाम-(१९२६) जीवाभक्त राजपूत । ग्रंथ-स्फुट छंद। कविताकाल-११०० के पूर्व । विवरण-भावनगर-निवासी। विवरण-इनके पद रागसागरोगव में हैं। नाम-(१९२७ ) ठंढी सखी । कविताकाल-१९०० के पूर्व । विवरण-इनके पद रागसागरोद्भव में हैं। नाम-(१९२८) धुरंधर । ग्रंथ-शब्दप्रकाश । कविताकाल-१९०० के पूर्व । विवरण-इनकी रचना दिग्विजयभूषण में है। साधारण श्रेणी। नाम-(१९२९) नरसिंहदयाल । कविताकाल-१६०० के पूर्व । विवरण-इनके पद रागसागरोद्भव में है । नाम-( १९३०) नीलमणि । कविताकाल-१६०० के पूर्व । विवरण-इनके पद रागसागरोद्भव में हैं।
SR No.032634
Book TitleMishrabandhu Vinod Athva Hindi Sahitya ka Itihas tatha Kavi Kirtan Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaneshbihari Mishra
PublisherGanga Pustakmala Karyalay
Publication Year1929
Total Pages420
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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