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परिवर्तन-प्रकरण
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रचनाकाल-१८६१ । विवरण-मधुसूदनदास-श्रेणी। । नाम-( १८३१) भावन पाठक, मौरावा, जिला उन्नाव। ग्रंथ-काव्यशिरोमणि या ( काव्यकल्पद्रुम)। रचनाकाल--१८११ । विवरण-साधारण श्रेणी। नाम-(८३१) अजबेस भाट (द्वितीय)। ग्रंथ-बघेलवंशवर्णन । (१८९२) कविताकाल-१८१२ । [खोज १६..] विवरण-महाराजा विश्वनाथसिंह बांधव-नरेश के यहाँ थे। तोष
श्रेणी। नाम-(१८३१) पं० कृष्णदत्त पांडेय । ग्रंथ-कृष्णपद्यावली, भारत का ग़दर । जन्मकाल-१८६२ । मृत्यु काल १६१६ । रचनाकाल-१८१२। विवरण-आपका जन्म भोजपुरं ग्राम में हुआ था। आपके
दोनों ग्रंथ जलकर नष्ट हो गए हैं। आप बड़े शिवभक्त थे। उदाहरण
लंबोदर की मातु के पति जो भंजनहार ; '
कर जोरे तेहि विनय करूँ जिनने मारा मार । कलि के कराल वर व्याल सम दुःखहू से,
नेकह न तन मन • मेरो घबरात है; पुन्य पाठ तजि के पढ़ाय पाठ पापहू को,
व्याल सम कलि मेरो घातक अपार है। मेरो मन तन अपनाय यह कलि नीच,
बड़ों से छोड़ाय साथ नीचहूँ ते बायो है,