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64. उत्तराध्ययन, ३२/९९ 65. गीता, ४/२० 66. आचारांग, १/३/२/४, १/१/१/११०-देखिये आचारांग (संतबाल) परिशिष्ट,
पृ. ३६-३७ 67. गीता, ५/७, ५/१२ 68. सूत्रकृतांग, १/८/२२-२३ 69. गीतारहस्य, ४/१६ (टिप्पणी) 70. सूत्रकृतांग, २/२/१२ 71. गीता (शां०), ४/२१ 72. गीतारहस्य, पृ. ६८४ 73. कर्मग्रन्थ, प्रथम भाग, भूमिका, पृ. २५-२६
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जैन, बौद्ध और गीता में कर्म सिद्धान्त