________________
7
C
४
10
2002 2
12
14
22
24
26
28
i
30
K. N. DIKSHIT.
32
उत् रररुलता शतिका देश
चालू व आधी करून
रिख । इति करकर (यला नक
कवक र ব"জक मित्र मूল बम मल्ल चेचरचय
iia
NIVINA COPPER-PLATE GRANT OF DHARMARAJADEVA.
iib
ল(বক
लसु
बुद्धि द्या विद्वान है। नय कूष्यगृ रुपल संच (रु
च निराशी याला विष्ट । च 16. ब्रावो की षुभ्रत्र में লविकेनिक दल 16 नानखान एसी कि केक झबधपूरी
রউদীনও
18 तमिति (कुरु लियल कालिका व 18 घरी यावना आदि का काफिला की महारा
-খ
यह लेख ( निखिल জনদেবসভন। নলট यान पनि युद्धा ही ग
এ
उद
SCALE: TWO-THIRDS.
दान 2
य
ACC
यह
प्रशाद च
केशिक
इन झा
4
8
10
12
14
20
रा
अब यूयमुटाला
मा सिने न রয
न बदलामा लीली तर हाल दक्षिषक लढता कर तरच ते रुक कर एक शि की है दानवः। ॐ बसिनाऊ পধ घर सह। (1) ই(2) शतकातरख द एकताका विषद (वीएस এनत्र खतात तिमी यरिवसँग जहाँ दोको ए उनका यছित
26
28
द पोर दिया ललन सात तास का रक्षक (क(तिरी) (संत्रा व जोगराजा मला
प
या कुन
22
24
30
32
SURVEY OF INDIA, CALCUTTA.