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No. 41.]
THREE COPPER-PLATE INSCRIPTIONS OF THE REDDIS.
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Fourth Plate, First Side. 43 दैवाचूडामणिरेष बा(भा)ति ॥[170"] शाकाब्दे रसरबबा(भा)स्करमिते मासे [नभ]44 स्थे तिथौं राकायां धरणीमतस्त्र दिवसे पुख्खे शशांकग्रहे । प्रादा45 त्यावतमाव पेरिविदुषे श्रीयनवेमाधिपो ग्राम पञ्चनितांडि 46 पलिटमसमाष्टैश्वर्यभोगान्वितं ॥ [181"] पस्थ प्रामस्य सीमाचिहानि ॥ 47 जरि ईशान्यं वडंगिकंटनंडि प्रदक्षिणमुगानु अमृतलू48 रि पोलमुसंधुन नाम्नेयदक्षिणं सागि बलुसुंबष्टल मी49 ₹ बडमलिचि दक्षिणमै नगंट मोचि चालुपुल मी50 द नाग्नेयदक्षिणमै तुमिडि पोलमु मोचि पडुमलिंचि bl पेहपुटमुंडि दक्षिणमे अमृतलूरि डॉक दाटि जन्मिपुष्ट
Fourth Plate, Second Side. 52 मींद नेर(ऋ)तिपश्चिममे जमिपुट मीद दक्षिणमै कोचपुड मींदं बडु63 म जमिपुष्ट मोचि दक्षिणमै उप्पिपुल मींद मूलवंप्युपुष्ट मोचि 54 पडुम बीरवक उप्पिपुटल मींद नैर()तिपचिममै दक्षिणमिचि पडुम सागि 55 चौक्ल मोचि पुद्दल मींदं बडुम दक्षिणमिचि मिडिम्रोपटिति58 पोलमुसंधु चौडु मोचि पार्सदि चालुपुद्दल मींद ने(ट)तिपश्चिममै गोंगु 57 ट इटिकावमु दक्षिणानंगानु पडुम तोकपोलसु तूर्पग58 हु उत्तरं मुहिन मडुक जम्मिपुत्र मोचि दक्षिणमै गारकंट तूप 59 गह मोचि पडुम कंदेपिपोलमु मोचि पासंदिनुत्तरमै प्रवुनवु60 लुगुक्ल मीद वायव्योत्तरमै कंदेपितरुपुल मींद उत्तरपु जं81 मिनंदि ति मीद नवुपोमु पडुमटंगानु कपुड मी82 द बडुमलिंचि उत्तरमै पालकोटि मींद मौतुकरि पालपाटि सं
Fifth Plate, First Side. 63 दु पहनिदिकभं मोचि पाल]पाटि संध्यु(च)नंदूर्षे पुट्ट अवुलगंट मीद] 84 दक्षिण[मिचि तूर्ये प्रवुगंटल मीदं गोर्चपहलु मोचि उत(त्त)रमिचि 66 तूर्ये जम्भिपुल मींद नबुळीहिपुष्ट मीचि उत्तरमै मूलपुष्टमुंडि तूर्ये जन्धि 68 मीद मूलपुरनुंडि जटलम्मपाटि तूर्पके उत्तर सागि जम्मि मींद मू
Motro : Sardülavikriditam.
IMotre Upindrava/rd:
The aswedra is written in the next line.