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F. W. THOMAS
SCALE TWO-THIRDS
WHITTINGHAM & GRIGGS, PHOTO-LITH.
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सोमाथि पतये नमः नमःस्त्रे नमः स्त्रे नमः लुगा बिद्र বাमकान वामन गातमु सुतायत तादा (अविका नाता गमा शिनमंतःकर्याणी मृत्यु हात तुझा की अपलममं बुद्धिस्तदी तो हुतमपापानुम्मा अमाना मला मा निरासी एवं सदामों दुनियात्रा संतानय
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आलुदा समय व या यासार संगमा नामसा तु ते तद वये रा पराश्रयीवर नागास वरात्रनिय संडासीनतम महीपालान नामितको मृतः सागौरीतिका मनस्तत्यति नियोग यराः प्रहाची खाऊ दारातयरा सरिविहायस मतृततालनूतनातुराता दे तयार पुतनुतितिरातः प्रमाइतमुत्रीयः घात सिमियाद नाघ
मिलीयनवीतसाखीका संग्रहः तसादे मालिका सातस्त्रतयो तिनयात तः वित्तिय तरी ओवीत अयनुपतिः यातिय सारे तीता या बकारै चितुमहाल स्त्री रां पावती पुत्रपत्याला वसमत
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पःपाल ताय महीला हाता ही ज्ञाति विक्रमविक्रमदित तोला अमिताव अंति संत अनंग मंगका लिगाएं। स्वात्मनियंद्विषतंत्र अि जैन आदि आस्ते अरतीय अपरा मरमतः तात्पति लेकिन पालन संगति विरागुड़ाक प्रजयकमासुराव
गायत्र सिंहानिया पापाजयतविदीत्मा या से। रागाला पाय सही विलासरा वैशाख करून कामांसी याचा हा रा कायनुगतातील वासंति विपिलि बलुका वेरिय
बड़ अबलति
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मंगलवार मातला पहलु च्याउ तासगा या धन्ना माया ननियततः वदे व नान तया या खसिया वर्षाल गत वनका तिकता इति प्रातकाल सीमं महाराजाना पडे महानासी मंगताघदेव गिनाई वी सवाल हे सल्लॐ दुआ वस नवस चमर के दिन के क्षेत्र हनि वामन दाडी वि वनमाल अ
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Srirangam Copper-plate of Devaraya II : Saka-Samvat 1349 (1350).