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________________ 2 00 10 12 14 16 18 20 22 24 26 तब 'म'' नमनुगरान बि चने लगा।'गुंतताता चतवात तालात सा? अस.पाततारे मा. (उग्रतायत यांचा 3220 पातथा त्रनেजरेत आ‌ज चऊत तपासात मलाच मानान साधन जवान न मने में रात स्माशी तलासन, प्रोतिन बैनामा बुधबाबा भवतात उपासतापास उतरना है क्या नी ते जून तक जानाई जनतम निताल जाना के महतले नेता साउ सुतमात सावनपाल के सीने में कोन उता नितितियता मेमरी पोहोचता असते ना बासा (तपोलमा निज ४१ पलाता नति गा 28 Udayambakam Grant of Krishna-deva Rāya : Saka 1450. 30 बराता मन्त्रि अचलान तथा G08) तासीन 'गर्जत' 7 नगलेच साता लाली (तमिलन (नूतन मनाना तिराल' चाल ' 77 भात प्रमाता गोवा 7 ঘतবধ भबान्त क्षमता साग जो इन प्रोभित्र नितात्र पतीनामित ससा, ससाना नाराजीनाम औरतों का सलग सातु मन्त्रजनात मतमा तुलासाची नजरनाल(तन् नाओ। ईनामी श्रीति) नखानाने (स) सुति अन सास का पानामानि जसा जंगल थाना सच नत्र सेनगावे। उपासता उग्रमीत जसरा साधना बाकी सीता व रण।सी को तीन करेला स्वताता है होतच F. W. THOMAS कन (ख SCALE 8 8 W. GRIGGS & SONS, LTD., PHOTO-LITH. 10 12 14 16 18 20 22 24 सामरासी 'क' प्रततमानसी 30 रोग रोगनका 26 28
SR No.032568
Book TitleEpigraphia Indica Vol 14
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSten Konow, F W Thomas
PublisherArchaeological Survey of India
Publication Year1917
Total Pages480
LanguageEnglish
ClassificationBook_English
File Size24 MB
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