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EPIGRAPHIA INDICA.
L. 20.
--0-0 0 -00-~-- ----[f]जगुरुचितभलिबुतः ॥ गांभीर्य
सवनयदान[विवे] कवुधिः । et vuu-uu-u--[
no]" --- --- -[वित्राय गोठीवने: सा वर्गधुरा चिरा
यवहता बनेन निर्मापितं । विशोर्म्यमनप- -------- --- --- पट शबाभमलि। [१८] सौधः सैब
वमन्धकान्तकजटाजूटाटवीनाटकmergo u-u-vuu--v--u---[१]चिरं फीचरफवारांबरा पि
24.
-- तावदिशास्तु मन्दिरमिदं सनीपत: माखत . --- --- --- ----[१८]" x x x x [जवनी] रामसिलम नंदनः । पेचित्तिक
--.x x [शो धषिकामनः । [२०]" मंगपुवो नारदव जामिकाबाहवा]मनः । टीबसूनुर्वसंतब कलस्वामजन्तुकः । [२१]" सोभरामा महीपाक्षः
xxxxv-जयः। पुजारी सहसंभूतः देवरी माधवामनः । [२३] सोढती रामपाल सैलपी राषिकोत्रयः ।
एत गोही समागम्य पुत्रपौवादि 28..
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लिकाः । [२] [चवा]ती लिस्यते इत्तिर्देवदेवस पक्रियः । संप्रदत्ता नरेन्द्रे पुरवासिनीन च । [२४] पीवीवयः षट् च वाटिका देवीतये ।
26.
Metre, V antatilak.
# Metro, Sardalavikridita. In the first pada the bracketted uyllables are tucertain, in the second the entrin of ht in the fourth the anurinof पट.
Metro, Bardflavikridite. [Tho voru mome to consist of Ao pada-E.H.] * Notre of rene 80-90, Anushtabh.
The bracketted lotten in rem90 and Slammatilated and anoertain.