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AUGUST, 1889.]
THE BALLAD OF THE GUJARI.
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15 के दिल्ही शहरका बादशाहा, तुजे रखे मोहलन माहरे के मार तमाचा ने उड जाय पपडी, मखडा हो के सासनां वायो ना बरे वह, महीं वेचवाने जायरे
जाय लालरे. के चली गुजरीओ महीं बेचनर्क, बेठीलाल बजाररे के टके टके तेरा दुबेचां ने दमडीका दश उंटरे. के बादशाहाकु तो खबर हुइने, गुजरी देखन आयरे के टके टके तेरी ढाल बेचांऊं ने दो कोडी सलवाररे. के अलीयार गलीयां"क्या फीरना गोरी, पेठो पडदा के बादशाहाकु ती घुस्सा लगा, ने डाली वेडी मायरे. माहरे. ... ..
45 के ब्राह्मण वीरा विन, तने आलुं हैयांनो हाररे , 20 के भलीयारे गलीयां बोहोत भली, तेरे पडदे लगा | के कागल जईने भालजे, मारा हीरीभादीवरने हाथरे पर आगरे .
के हीरीए कागळ यांचीओ भार गूजरी पडी बेडी के हिंदवाणी तुं हरामजादी बादशाहकु देवे जबाबरे
मांबरे... के बादशाह कहेवे सुण गुमरी, तुम सुणो हमारी बातरे | के साणी बांधो भाई बाल वलवारो ने ताणी बांधो के काय कथीरमा क्या पेहरना, गोरी पेहेरो सोना
हीबार सेररे..
के पुरा होय सो संग चले ने, नहि कायरका कामरे. के काय कथीर" मेरा बोहोत भला, तेरे सोने लगा | 50 के केसरीमा भाइ वागा पेहेरो. ने हो जाव लाल दऊं आगरे के हिंद
गुलालरे, 25 के काली कामलमे क्या भोढना, गोरी पेहेरो दखणी के त्यांची हीरीयो दोडीयो ने, गयो घोडानी पासरे, - चीररे
के ताणीने बांधी तंगडो ने, ढीली मेली लगामरे. के काली कामळ मेरे बोहत भली, सेरे चीरकु लगा के दिल्ही जीतीने घेर आउंतो, रेवत मारूं नामरे. र आगरे के हिंद
के हीरीयो घोडे एकज चढ्यो ने गुजर चढया नव के मकना हाथी भजब बना, गोरी हाथी देखन आवरे
लाखरे. केरे हाथीम क्या देखनां, मेरे घेरे भूरी भैसरे.. | 5 केहीरीयो पेठो शहरमां ने, वाणीया नाठा जायरे. । के के सवामण बुध करे तारा हाथीथी भलेरी" मारी | के चंदे घोडो खेडीयों ने, कंदोई" नाठा जायरे. सरे-के हिंद
के तोपोकी धुमरोळ हुइने हुवा अंधारा घोररे. के मेरी मछो भजद बनी, गोरी मछोपर मोही आवरे के सुतो बादशाह जागीयो ने, मुगल चढया बाणु 30 केसरी मूछोमे क्या देखना, मेरे बकरे जेसा पूछरे
' लाखरे.
के सांबांनी नोबत गणगणे, जेना ढमके वाग्यां ढोलरे. केक तमार्क सासरूं, ने कीया पुरुष घेरे माररे. 60 के फागण सुदचौदसने दहाडे मामलो मच्यो जीररे. के गढ गोकुल मारूं सासरूं, ने चंदा पुरुष घेरे नाररे के गुजरी रहीने बोलीआं ने बोली एकज बोलरे -के हिंद.
केहीरीयो पेहेरे बांगडी ने हथीआर मुजने आलरे के कणि देशकी गोवालणी, ने घुछ सारं नामरे. | के बादशाह साथ एसी लई मेरा जगमां हो जाय 35 के गड मांडवकी गोवालणी, ने मेना गुजरी मार - नामरे. मामरे–के हिंद
के भगाडी पछाडी देरा साणो, बीचमे रखो मेदामरे. के छोटी मटकीका मूल करो ने. गोरी उसका क्या | 65 के वचा राखी गूजरीभाइ, में जीते से ले जायरे.. होय मूलरे. .
कहीरीयो ने चपीभी बोलीभा, राजा" सांभळो के छोटी मटकीका मूल करु ने, तेरी पुखद्ध"
अमारी वांतरे, जावे भूलरे-के हिंद
के पेहेलो ते घाव वळी तमे करीने, अमे समारीरैबतरे. 'के गलबल गलबल क्बा बोलती, गोरी बोली समजकी के पेहेलो ते घाव बादशाहे कीधो, गुजर लश्कर बातरे.. .
मांयरे. केभकड छकड गोरी क्या बोलती, कई छकड के हीरीबो चंदीभो पुस्से थया, जेम बकरांमां पडीया लगाट दोचाररे.
वाघरे. 40 के नव, जाणींच एकलीरे, मारा गुजर चढे नव | 70 के तलवारोनी साळी पडे ने, लोहीनी वरस्थो मेघरे. लाखरे.
के तमारी गुजरी समने संपी गुजरी हमारी बेनरे. - मोहालन unod postically for मोहोल Hindustant for 'palace.' - aratat erat reduplicated worde: Tefat meaning 'lanes.'
काथ कधीर reduplionted words: कथीर meaning "base metal.'
भलेरी ued pootioally for भली. 'good: there being no comparative form in Gujarati, भली 'good' is used for 'better,' with the suffix थी. 'than,' added to the proceding word हाथी.
शुद्ध बुरalso reduplicated words, both words separately meaning 'sonse, reason.'' ....अकड इकड also reduplionted words, अकड meaning with arrogance.'