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कृपा कुमेर देस
परिचालनका शुमालामृत मतिना किदुग दर किया माह पहिरननकेश्वसंयुक्रः सप्त ॐ
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सिहस्रकृतिरुमिदः आके तम का पता गुरव व वासुका संवाद सदा भूमिसमान दाखन सही के वाद्वातिकः तसे काह बाबंद में सेतुकृपाकुले काले एलवी हो रुपधिः अतिका मला युटियु तोला सातसेमिली की
लिखितशी श्रद्धा दिशेरामन क