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________________ पृच्छा ग्रामांतर क) श्री सुभ प्रभ ६ व्यवहार + श्री कुन श्री ऋषभ १ कार्यसिद्धि पृच्छा ॐ ही श्री अँहँ नमः पृच्छा वर 1021 जयाज्जय पृच्छा महोपाध्याय श्री यशोविजयगणि लिखित २४ तीर्थंकरोना नामथी अंकित फलाफल विषयक प्रश्नपत्र श्री विमलनाथ पृच्छा, स्थान सौख्य (क) श्री अभिनंदन १६) पृच्छा मेघवृष्टि नमः 1021 श्री अजित २ कन्यादान श्री शांतिनाथ पृच्छा देश सौख्य पृच्छा बाधारू घा ચિત્ર નં.૧૨ श्री संभव ३ श्री अनतनाथ १४ श्री धर्मनाथ १५ स श्री सुपार्श्वनाथ 1) श्री वासुपूज्य १२ सेवा सेवक पृच्छा 182h अच्छा श्री श्री पाश्वनाथ २३८ आगतुक पृच्छा १) श्रासीतलनाथ १० श्री श्रेयांशनाथ व्यापार पृच्छा गतवस्तु पृच्छा ફલાફલ વિષયક પ્રશ્નપત્ર ॐ हूँ। श्री अहं नमः २२ मंत्रविधौषधी श्री महावीर २४ श्रीमल्लिनाथ १९ पृच्छा ॐ द्री श्री अहँ नमः पृच्छा व्याजदान श्री चंद्रप्रभ ८ 192h चतुष्पद 192h पृच्छा भय श्री सुविधिनाथ! संतान पृच्छा. राज्यप्राप्ति नेमिनाथ श्री श्री मुनिसुव्रत २० श्री नमिनाथ २१ पृच्छा अर्थचिता
SR No.032492
Book TitleJain Dharmma Nam Smaranni Avdharna
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManharbala Kantilal Shah
PublisherAntararashtriya Jain Vidya Adhyayan Kendra
Publication Year2008
Total Pages156
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size36 MB
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