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૨. યુગાચાર્યોનો હસ્ત લેખિત નવકારનો પાઠ
अरिहंत अरिहंत रिहंत आरहंत अरिहंत आरहंत आरिहंत रिहंत
प. मुनिश्री तत्वानंदविजयजी म. हस्तलिखित पाठ.
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सेर पंचम
र जरा . सन
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THो और राव 11मकारो वाच ५० ।।10। ।।
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( HAI). -3
प.पं. श्री भानुविजयजी गणिवर्य हम्सलिखित पाठ.