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________________ 410 जैन-विभूतियाँ भारत के हस्तशिल्प एवं लोक कला की वस्तुएँ विदेशों को निर्यात की जाती . है। विदेशी पर्यटकों के लिए इम्पोरियम के एक कक्ष में ताजमहल का 6 फुट ऊँचा मॉडल निर्माण करवाकर ध्वनि एवं प्रकाश के माध्यम से चाँदनी रात में वास्तविक ताजमहल दर्शन का सा आनन्द उपलब्ध करवाया गया है। अमरीका के तात्कालीन राष्ट्रपति श्री बिल क्लींटन अपनी पुत्री एवं पत्नि के साथ इम्पोरियम परिदर्शन कर आह्लादित हुए थे। यू.पी. के उद्योग विभाग ने श्री अशोक सुराणा को 'गोर्ल्ड कार्ड' से सम्मानित किया है। श्री कंवरलालजी ने सामाजिक एवं धार्मिक संस्थानों को उल्लेखनीय अवदान दिए। वे राजगृह में उपाध्याय अमरमुनि की प्रेरणा से संस्थापित विश्व के अभूतपूर्व धार्मिक संस्थान 'वीरायतन' के वर्षों उपाध्यक्ष रहे। वे दीन-दु:खियों की सेवा के लिए सदैव तत्पर रहते थे। सन् 1996 में श्री कंवरलालजी स्वर्गस्थ हुए। श्री कंवरलालजी की धर्मपत्नि श्रीमती विमला देवी धर्मनिष्ठ महिला हैं। उन्होंने आगरा में ''बालिका विद्यालय'' की स्थापना कर श्री कँवरलालजी की स्मृति को अक्षुण्ण बना दिया है। सन् 1950 में जन्मे उनके सुपुत्र श्री अशोक कुमार सुराणा ने अपनी लगन एवं अध्यवसाय से इम्पोरियम की श्रीवृद्धि करने में कोई असर नहीं छोड़ी। उन्होंने बेतवा नदी के किनारे 'ओरछा रिजोर्ट्स' निर्माण कर होटल उद्योग का प्रारम्भ किया। सन् 1989-90 एवं 1990-91 में स्टेट एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल द्वारा उन्हें सर्वोच्च पुरस्कारों से नवाजा गया। वे राजगृह स्थित धार्मिक संस्थान 'वीरायतन' के उपाध्यक्ष हैं। श्री सुराणा अनेक अन्य सामाजिक प्रवृत्तियों एवं जन-हितकारी कार्यों में संलग्न हैं।
SR No.032482
Book TitleBisvi Shatabdi ki Jain Vibhutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMangilal Bhutodiya
PublisherPrakrit Bharati Academy
Publication Year2004
Total Pages470
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size39 MB
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