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बहुरत्ना वसुंधरा : भाग - २
पता : श्री ललितभाई एम. शाह १, एलीफन्ट गेट स्ट्रीट, सहकार पेठ,
चेन्नई (मद्रास) - ६०००७९ फोन : ५८१५४८ (निवास)
इसके अलावा मद्रासमें श्री शौरीलालभाई नाहर नामके सुश्रावक रहते हैं । उनके मित्र विशिष्ट आराधक थे । वे देवगति को प्राप्त हुए हैं
और अपने सुपुत्र जितेन्द्रकुमार के शरीर में प्रवेश करके अपने मित्र शौरीलालभाई द्वारा पूछे गये धर्म संबंधी अनेक प्रश्नों के प्रत्युत्तर देते हैं। कई साधु - साध्वीजी भगवंत भी धर्म संबंधी अनेक प्रश्न उनको पूछते हैं । यदि किसी प्रश्नका प्रत्युत्तर देना उनके अवधिज्ञान की मर्यादा से बाहर होता है तब वे महाविदेह क्षेत्र में विहरमान श्री सीमंधरस्वामी को पूछकर, परमात्मा से संप्राप्त प्रत्युत्तर भी देते हैं । मगर ऐसे साधकों को कुतूहल प्रेरित सामान्य प्रश्न पूछकर उनका अमूल्य समय गंवाना नहीं चाहिए ।
(ता. क. हालमें ही ज्ञात हुआ है कि श्री शौरीलालजी का १ . साल पहले स्वर्गवास हो गया है ।)
पता : श्री शौरीलालभाई नाहर (श्री जितेन्द्रकुमार) २०, वीनायगा मैसीरी स्ट्रीट चेनई (मद्रास) - ६०००७९.
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सुंदरभाई का सच्चा सौदर्य
___ गुजरात के सुंदरभाई के इस अत्यंत अनुमोदनीय प्रसंग को पढकर सभी सद्गृहस्थों को शुभ संकल्प करना चाहिए । सोनोग्राफी के बाद उनकी पत्नी आदि सभीको चिकित्सकने कहा कि, 'गर्भ में बालिका है
और वह अपंग है । ज्यादा से ज्यादा २० साल से अधिक जिन्दा नहीं रह सकेगी। शायद ६ महिनों में भी इसकी आयु समाप्त हो सकती है। उसके मस्तकका ही केवल विकास होगा, शरीर का बाकीका हिस्सा अविकसित ही रहेगा । उसकी आकृति राक्षसी जैसी होगी' इत्यादि समझाकर चिकित्सक ने उनको गर्भपात करा लेनेका आग्रह किया ।