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- जिसके दिल में श्री नवकार, उसे करेगा क्या संसार? मस्तक पर चढ़ायी। साहेबजी की कृपा से मेरी गाड़ी पटरी पर चढ गयी। आज मेरा 14 वीं बार नौ लाख का जाप चालु है। इसलिए साहेब जी की कृपा से नवकार का करोड़पति बना हूँ। मैं परमात्मा से भवोभव करोड़ों नवकार गिन सकुं ऐसी शक्ति मांगता रहता हूँ। मुझे नवकार मंत्र के प्रभाव से निम्नलिखित अनुभव हुए हैं।
(1) मन में किसी भी प्रकार की इच्छा उत्पन्न होती है, तो तुरन्त ही पूरी हो जाती है। सुबह कुछ खाने-पीने का मन हो तो शाम तक वह मिल जाता है।
(2) जो काम करने के लिए पहले सुबह से रात्रि तक भटकना पड़ता | था, वह काम अब महीने में एकाध दिन करने से हो जाता है। मानसिक शान्ति रहती है, एकाध काम में 10-20 हजार रूपये मिल जाते हैं।
(3) पैसे खत्म होने आते हैं तब मन में होता है कि अब घर खर्च खत्म होने आया है तो कहीं से भी एकाध धन्धा ऐसा हो जाता है कि, मेरी आवश्यकता से ज्यादा मिल जाता है।
(4) मैं स्वाभाविक रूप से किसी को भी कुछ कहता हूँ तो लगभग सही हो जाता है। इस कारण बोलने के लिए बहुत संभालना पड़ता है।
(5) आठ-दस दिन में साहेबजी स्वप्न में आकर आशीर्वाद देते हैं। ___ मैं जाप करने सुबह उठकर तुरन्त बैठता हूँ। पांच हजार नवकार गिनने के बाद ही दातुन करता हूँ। सुबह जो जाप में एकाग्रता आती है, इतनी रात में नहीं आती। मैं सवा-डेढ घंटे में जाप पूरा कर लेता हूँ। मैं जब नवकार मंत्र का जाप चालु करता हूँ, तब हमेशा मुझे एक उबासी आती है। लगता है कि जैसे किसी शक्ति का शरीर में प्रवेश हो रहा हो। बस फिर जाप की गति एकदम बढ़ जाती है। जब जाप पूरा होता है तब वापिस एक उबासी आती है। इससे आयी हुई शक्ति शरीर में से जा रही हो, वैसा लगता है। । ये मेरे अनुभव हैं। प्रत्येक व्यक्ति को सुखी होना हो तो एक माला
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