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परिशिष्ट : ४ प्रयुक्त ग्रंथ-सूची
संस्करण २०३१
प्रकाशक जैन विश्व भारती, लाडनूं (राज.)
ग्रंथ नाम अंगसुत्ताणि (खण्ड-१) (आयारचूला) अणुओगदाराई
लेखक, संपादक, अनुवादक वाचनाप्रमुख : आचार्य तुलसी सं. मुनि नथमल वाचनाप्रमुख : गणाधिपति तुलसी सं. आचार्य महाप्रज्ञ जिनदास महत्तर
सन् १९९६
। अनुयोगद्वार चूर्णि
सन् १९२८
जैन विश्व भारती संस्थान लाडनूं (राज.) श्री ऋषभदेवजी केशरीमलजी, श्वेताम्बर संस्था, रतलाम श्री केशरबाई ज्ञान मंदिर, पाटण श्री ऋषभदेवजी केशरीमलजी श्वेताम्बर संस्था, रतलाम (मालवा) चौखम्भा विद्याभवन, वाराणसी
• अनुयोगद्वार मलधारीया वृत्ति मलधारीया हेमचन्द्र • अनुयोगद्वार हारिभद्रीया वृत्ति श्री हरिभद्राचार्य
सन् १९३९ सन् १९२८
• अभिधान चिन्तामणि
वि.सं. २०२०
आचार्य हेमचन्द्र सं. नेमिचन्द्र शास्त्री
वि.सं. १९९१
सिद्धचक्र साहित्य प्रचारक समिति, बंबई
आचाराङ्गं सूत्रकृताङ्गञ्च शीलांकाचार्य (आचारांग वृत्ति, सूत्रकृतांग वृत्ति) आप्टे
बी. एस. आप्टे आवश्यक चूर्णि १,२ श्रीजिनदास महत्तर
सन् १९५७ सन् १९२८,२९
आवश्यक नियुक्ति
आचार्य भद्रबाहु
वि.सं. २०३८
प्रसाद प्रकाशन, पूना श्री ऋषभदेवजी केसरीमलजी, श्वेताम्बर संस्था, रतलाम श्री भैरूलाल कन्हैयालाल कोठारी धार्मिक ट्रस्ट, मुंबई जैन विश्व भारती, लाडनूं (राज.)
• आयारो
वि.सं. २०३१
उत्तरज्झयणाणि
वाचनाप्रमुख : आचार्य तुलसी सं. मुनि नथमल वाचनाप्रमुख : आचार्य तुलसी सं. युवाचार्य महाप्रज्ञ आचार्य भद्रबाहु
सन् १९९२
सं. १९१७
जैन विश्व भारती संस्थान लाडनूं (राज.) सेठ देवचन्द्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार फण्ड, मुंबई देवचन्द लालभाई जैन पुस्तकोद्धार फण्ड, मुंबई जैन विश्व भारती, लाडनूं (राज.)
शान्त्याचार्य
उत्तराध्ययननियुक्ति (श्री उत्तराध्ययनानि) उत्तराध्ययनानि (बृहवृत्ति) उवंगसुत्ताणि (भाग-४) (ओवाइयं)
सं. १९७३
सन् १९८७
वाचनाप्रमुख : आचार्य तुलसी संयुवाचार्य महाप्रज्ञ