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ज्योतिष एवं गणित
१. जैन ज्योतिषकी प्रमुख विशेषताएँ २. जैन ज्योतिष साहित्य ३. ग्रीकपूर्व जैन ज्योतिष विचार-धारा ४. अंग-विद्या : प्रादुर्भाव और विकास ५. जैन पञ्चांग ६. जातक तत्त्व अर्थात् प्रारब्ध विचार ७. जैनाचार्य ऋषिपुत्र और उनका ज्योतिष शास्त्रको योगदान ८. महान् ज्योतिविद् श्रीधराचार्य ९. आचार्य नेमिचन्द्र और ज्योतिष शास्त्र १०. जैनाचार्यों द्वारा प्रस्तुत गणित सम्बन्धी कतिपय मौलिक उद्भावनाएँ ११. जैन गणित का महत्त्व १२. तिलोयपण्णत्तिके श्रेणी व्यवहारके दस सूत्रोंकी उपपत्ति १३. संस्कृत साहित्य त्रिभुज गणित १४. स्वप्न और उसका फल