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सातवीं शताब्दी के आचार्य श्री भट्ट अकलंकदेव विरचित स्वरूप-संबोधन पर परिशीलन
टीकाकार आचार्य 108 श्री विशुद्धसागर
परामर्श-सम्पादक डॉ. शीतलचंद्र जैन, प्राचार्यः जैन संस्कृत स्नातकोत्तर कॉलेज, जयपुर, राजस्थान
डॉ. श्रेयांसकुमार जैन रीडर एवं अध्यक्षः संस्कृत विभाग दिगम्बर जैन स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़ौत, उ.प्र.
सम्पादक प्रोफेसर वृषभ प्रसाद जैन बी-1/23 सेक्टर जी, जानकीपुरम्, लखनऊ-226021 उ.प्र.
प्रबंधन-संपादक सिंघई जयकुमार जैन, सतना
सहयोग : डॉ. श्रीरमण मिश्र, लखनऊ, आनंद कुमार जैन, एम.फिल्, वाराणसी ISBN: 81-7628-042-9
मूल्यः रुपया 200/
प्रथम संस्करण श्रुत पंचमी, 2009 प्रकाशक : महावीर दिगम्बर जैन पारमार्थिक संस्था, सतना आजाद कुमार जैन, बीड़ी वाले, इन्दौर (मध्य प्रदेश), भारत
1 पांचवीं गली, निशातगंज, लखनऊ