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विषयानुक्रम
VII
XXIX
XLIII
1-28
आशीर्वचन दो शब्द भूमिका पुरोवाक् अपनी ओर से सम्पादकीय प्रथम अध्यायः क्रिया की दार्शनिक पृष्ठभूमि
+ समवसरण बनाम दार्शनिक विचारधाराएं "क्रियावाद
(i) परिचय एवं स्वरूप
(ii) क्रियावादी दार्शनिक + अक्रियावाद
(i) परिचय एवं स्वरूप
(ii) अक्रियावादी दार्शनिक 4.अज्ञानवाद
(i) परिचय एवं स्वरूप (ii) अज्ञानवाद का आधार (iii) अज्ञानवाद के फलित (iv) अज्ञानवादी दार्शनिक विनयवाद (i) परिचय एवं स्वरूप (ii) विनयवादी दार्शनिक
XLVI