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३४. महावीर क्या थे ३५. विशेषावश्यक भाष्य ३६. आवश्यक नियुक्ति (खण्ड १) - ३७. साधना के श्लाका पुरुष -
गुरुदेवश्री तुलसी ३८. श्री आवश्यक सूत्रम्
मुनि नथमल जिन भद्रगणि क्षमाश्रमण सम्पादिका डा. समणी कुसुम प्रज्ञा डॉ. समणी कुसुमप्रज्ञा
जैनाचार्य जैन धर्म दिवाकर पूज्य श्री घासीलालजी महाराज सा विरचिताऽऽचारमणि मंजूषाऽऽख्यान व्याख्या समलंकृत हिंदी गुर्जर भाषा सहितं साध्वी शुभ्रयशाजी डॉ. हरिशंकर पांडेय
३६. भीतर का रोग भीतर का इलाज४०. श्रीमद्भागवत की स्तुतियों -
का समीक्षात्मक अध्ययन .. ४१. साधना पथ
एम.ए. संस्कृत एवं प्राकृत।। लब्ध स्वर्णपदक, जे.आर.एफ. (नेट) पी-एच.डी. सहायक आचार्य प्राकृत भाषा एवं साहित्य सम्पादक डॉ. मुमुक्षु शांता जैन
४२. वीतराग वंदना ४३. जिनवाणी प्रतिक्रमण विशेषांक ४४. क्यों? ४५. चौबीस तीर्थंकर ४६. तीर्थंकर चरित्र ४७. आर्हती दृष्टि ४८. मन और उसका निग्रह - ४६. चक्रों का विवेचन
- आसन, प्राणायाम, मूलबंध ५०. कर्म बंधन और मुक्ति -
की प्रक्रिया ५१. नाथू से महाप्रज्ञ-एक मनीषी -
की जीवन यात्रा ५२. अष्ट पाहुड़
अमरजीत यादव डॉ. गोकुलचन्द्र जैन मुनि सुमेरमल, लाडनू समणी मंगल प्रज्ञा स्वामी बुधानंद स्वामी सत्यानंद
चंदनराज मेहता
चंदनराज मेहता
परिशिष्ट-२ / १६१