________________
समर्पण
तुलसी महाप्रज्ञ की अभिनव कलाकृति
महान् श्रुतधर महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमणजी
के ५० वें जन्म महोत्सव अमृत महोत्सव
के शुभ अवसर पर भावभरी अभिवंदना निरामयता व चिरायुष्कता की मंगल भावना के साथ श्रद्धा प्रणत
समर्पित
श्रीचरणों में
लोगस्स एक साधना
भाग-१