SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 264
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ श. २० : उ. ५ : सू. ३२,३३ भगवती सूत्र ८. स्यात् काला, नीला (बहवचन), लाल, पीला और शुक्ल है। ९. स्यात् काला, नीला (बहुवचन), लाल, पीला और शुक्ल (बहुवचन) हैं। १०. स्यात् काला, नीला (बहुवचन), लाल, पीला (बहुवचन) और शुक्ल है। ११. स्यात् काला, नीला (बहुवचन), लाल, पीला (बहुवचन) और शुक्ल है। १२. स्यात् काला (बहुवचन), नीला, लाल, पीला और शुक्ल है। १३. स्यात् काला (बहुवचन) नीला, लाल, पीला और शुक्ल (बहुवचन) हैं। १४. स्यात् काला (बहुवचन) नीला, लाल, पीला (बहुवचन) और शुक्ल है। १५. स्यात् काला (बहुवचन), नीला, लाल (बहुवचन), पीला (बहुवचन), शुक्ल है १६. स्यात् काला (बहुवचन), नीला (बहुवचन) लाल, पीला और शुक्ल है। ये सोलह भंग है। ये सर्व एक, दो, तीन, चार, पांच, संयोग से दो सौ सोलह भंग होते हैं। गंध की चार-प्रदेशी स्कंध की भांति वक्तव्यता। रस की इसके ही वर्ण की भांति वक्तव्यता। स्पर्श की चार-प्रदेशी स्कंध की भांति वक्तव्यता। ३३. भंते! अष्ट-प्रदेशी स्कंध-पृच्छा। गौतम! सात-प्रदेशी स्कंध की भांति वक्तव्यता-स्यात् एक वर्ण वाला है, यावत् स्यात् चार स्पर्श प्रज्ञप्त हैं। यदि एक वर्ण वाला है? इस प्रकार एक वर्ण, दो वर्ण, तीन वर्ण की सात-प्रदेशी की भांति वक्तव्यता। यदि चार वर्ण वाला है? १. स्यात् काला, नीला, लाल और पीला है। २. स्यात् काला, नीला, लाल और पीला (बहुवचन) हैं। इसी प्रकार सात-प्रदेशी स्कंध की भांति वक्तव्यता यावत् १५. स्यात् काला (बहुवचन), नीला (बहुवचन), लाल (बहुवचन) और पीला है। १६. स्यात् काला (बहुवचन), नीला (बहुवचन), लाल (बहुवचन) और पीला (बहुवचन) हैं। ये सोलह भंग हैं। इस प्रकार ये पांच चतुष्क-संयोगज भंग। इस प्रकार ये अस्सी भंग होते हैं। यदि पांच वर्ण वाला है? १. स्यात् काला, नीला, लाल, पीला और शुक्ल है। २. स्यात् काला, नीला, लाल, पीला और शुक्ल (बहुवचन) हैं। इस प्रकार इस क्रम से भंग संचारणीय है यावत् १५. स्यात् काला, नीला (बहुवचन), लाल (बहुवचन), पीला (बहुवचन) और शुक्ल है। यह पंद्रहवां भंग है। १६. स्यात् काला (बहुवचन), नीला, लाल, पीला और शुक्ल है। १७. स्यात् काला (बहुवचन), नीला, लाल, पीला और शुक्ल (बहुवचन) हैं। १८. स्यात् काला (बहुवचन), नीला, लाल, पीला (बहुवचन) और शक्ल है। १९. स्यात् काला (बहवचन), नीला, लाल, पीला (बहवचन) और शुक्ल (बहुवचन) हैं। २०. स्यात् काला (बहुवचन), नीला, लाल (बहुवचन), पीला और शुक्ल है। २१. स्यात् काला (बहुवचन), नीला, लाल (बहुवचन), पीला और शुक्ल (बहुवचन) हैं। २२. स्यात् काला (बहुवचन), नीला, लाल (बहुवचन), पीला (बहुवचन) और शुक्ल है। २३. स्यात् काला (बहुवचन), नीला (बहुवचन), लाल, पीला और शुक्ल है। २४. स्यात् काला (बहुवचन), नीला (बहुवचन), लाल, पीला ६८२
SR No.032417
Book TitleBhagwati Sutra Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanakprabhashreeji, Mahendrakumar Muni, Dhananjaykumar Muni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2013
Total Pages590
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy